राख मे मिलते किसानों के सपने
गेंहू की फसल,जब उसके कटने का अंतिम क्षण करीब आता है तो किसान के चेहरे पर खुशी का भाव जागृत होता है।लेकिन कई बार अप्रिय स्थिति हो जाती है।महीनों की मेहनत,और वर्षभर के सपने एकदम से राख हो जाते है।यह राख इसलिए हो जाते है कि,कोई भी अज्ञात कारण से खड़ी फसल में आग लग जाती है जिसके बाद बचता है तो धुँवा और राख।लेकिन आग लगने के बाद उसकी सूचना के बाद बिना मुस्तेद खड़ी हुई दमकल गाड़ी पहुँचती है तब तक देर तो होती है लेकिन बड़ा नुकसान होने से बच जाता है।उनका कार्य यह है कि,जितनी जल्दी हो सके नुकसान पर अनुकुश लगाया जाए लेकिन जहां तक जिसकी किस्मत में लपटे गई उतनी किसमत राख होती गई।क्या आग से बचाव इन तरीकों से नहीं हो सकता?
किसानी श्रमसाध्य व जोखिम भरा पेशा है।यह खुले आसमान में और प्रकृति से टक्कर लेकर किया जाता है।इस मायने में किसानी जोखिम से भरा पेशा है जिसे दमदार लोग ही अपनाते है।वर्ष दर वर्ष आगज़नी की घटना बढ़ रही है लेकिन किसानी से जुड़े अधिकारियों ने इस पर कोई।समाधान परक कार्य नहीं किया न जागरूकता पैदा करी।मुझे एक उपाय यह समझ आता है कि,किसानों को जब गेंहू की फसल लगाए तो बढ़े रकवे को ध्यान में रखते हुए बड़े किसानों के लिए कुछ जगह छोड़ दी जाए तो नुकसान से बचा जा सकता है।आप कह सकते है कि,यह एक अप्रायोगिक तरीका है। लेकिन यह एक तरीका हो सकता है।
गेहूं की फसल के बीच में चना को लगा दे तो चना पहले कट जाने से उसके खाली हुए खेत से आग अगर लगी तो उससे बचा जा सकता है।यह भी एक प्रयोग हो सकता है।जो फसल गेंहू से पहले कट जाए तो उसे लगा दे।तीसरा तरीका की प्रशासनिक अधिकारियों को कोई समाधान परक पहले की और ध्यान देना चाहिये,क्षेत्र के अनुसार कटाई का कोई प्लान बनाया जाए वहाँ फायर गाडियो को मुस्तेद किया जाये लेकिन फायर गाड़ी की भी अपनी सीमा होती है हर जगह नहीं लगाया जा सकता है।संभव है कि,यह बिंदु अव्यवहारिक हो लेकिन वैज्ञानिक विधि कुछ न कुछ तो होगी ही।बस इतना ही कहूँगा की सतर्क रहें।
ओबैदुल्लागंज (संवाददाता) समीपस्थ ग्राम गेहूं खेड़ा , पार खेड़ी क्षेत्र में गेहूं की खड़ी फसल में आग लगने से किसानों की फसलो का भारी नुकसान हो गया है , सूचना मिलने पर मंडीदीप और अब्दुल्लागंज से पहुंची फायर बिग्रेड ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया , बताया गया है आज शनिवार को खेतों में लगी आग से 150 एकड़ क्षेत्र की गेहूं की खड़ी फसल पूरी नष्ट हो गई , इसके पूर्व भी भीमबेटका और गोहरगंज अमोदा क्षेत्र के खेतों में खड़ी फसलों में भी आग लगने से बड़ा नुकसान हो गया था , आग की घटना की सूचना पर एसडीएम महोदय प्रमोद गुर्जर , तहसीलदार गोहरगंज घटनास्थल पर पहुंचे और मौके पर जानकारी प्राप्त की , ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राजू ने शासन प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित किसानों को शीघ्र मुआवजा दिया जाए । नगर परिषद औबेदुल्लागंज में भी नई फायर बिग्रेड की व्यवस्था होना चाहिए , जिससे लोगों को ऐसी घटनाओं में शीघ्र राहत मिल सके ।