मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विधानसभा चुनाव के लिए छह महीने से भी कम समय बचा है, ऐसे में विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) ने सोमवार को भोपाल (Bhopal) एक रणनीति बैठक की, जिसमें उसने भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) नीत सरकार को घेरने और भ्रष्टाचार को एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाने की योजना बनाई.

दो घंटे तक चली बैठक
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल (KC Venugopal), मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख कमल नाथ (Kamal Nath) और मध्य प्रदेश के एआईसीसी (All India Congress Committee) प्रभारी जय प्रकाश अग्रवाल ने राज्य की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक की अध्यक्षता की, जो दो घंटे तक चली. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान पार्टी नेताओं ने मुख्य रूप से सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार से मुकाबला करने के लिए भ्रष्टाचार को एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाने पर ध्यान केंद्रित किया.

भ्रष्टाचार हमारा प्रमुख चुनावी मुद्दा- कांग्रेस
कांग्रेेस  की इस बैठक में राज्य के कई वरिष्ठ पार्टी नेता शामिल हुए. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भ्रष्टाचार, महंगाई और राज्य पर बढ़ते कर्ज समेत अन्य मुद्दे जोर-शोर से उठाएगी. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार हमारा प्रमुख चुनावी मुद्दा होने जा रहा है.’’ वहीं पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने इस बैठक को लेकर कहा कि इसमें सीएम शिवराज सिंह चौहान की भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया गया.

जीतू टवारी ने कहा कि इस बैठक में सभी वरिष्ठ नेताओं ने सभी को चुनाव की तैयारी में जुट जाने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से त्रस्त है.

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