अगले माह आएगी कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची
भोपाल । नगरीय निकाय चुनाव की तर्ज पर कांग्रेस इस बार विधानसभा चुनाव के लिए भी अपने एक सैकड़ा प्रत्याशियों के नामों की घोषणा चुनाव घोषित होने से पहले करने की तैयारी कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं। यह बात अलग है कि पहले पार्टी द्वारा इसी माह में प्रत्याशी घोषित किए जाने के दावे किए जा रहे थे। इन में से अधिकांश नाम उन क्षेत्रों के होंगे, जहां पर पार्टी के अभी विधायक नहीं हैं। सूत्रों की माने तो जिन विधानसभा क्षेत्रों के बारे में सबसे पहले निर्णय लेना है, वहां पर टीम कर्नाटक अपने स्तर पर संभावित प्रत्याशियों की नब्ज टोटल रही है, उनकी रिपोर्ट आने के बाद कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर देगी। इनमें कुछ नाम उन सीटों के भी रहेंगे, जहां पर अभी पार्टी के मौजूदा विधायक हैं। यह वे नाम होंगे, जिन्हें कांग्रेस फिर से चुनावी मैदान में उतार रही है।
बताया जा रहा है कि, अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी प्रदेश कांग्रेस अपने मौजूदा विधायकों के टिकट को लेकर अंतिम निर्णय कर चुकी है। दरअसल पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि समय से पहले प्रत्याशी घोषित किए जाने से उन्हें क्षेत्र में संपर्क करने और अपनी प्रचार टीम को मजबूत करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा, जिसका फायदा मतदान के दौरान मिलेगा।
पार्टी सूत्रों की मानें तो पार्टी नेतृत्व अभी डेढ़ दर्जन विधायकों को लेकर असमंजस्य की स्थिति में है। इसकी वजह है टीम कमलनाथ और टीम कर्नाटक के अंदरूनी सर्वे में इनकी स्थिति अच्छी नहीं पायी गई है। पार्टी इसके बाद से ही उनके विकल्पों की तलाश कर रही है। इनमें से कुछ ऐसे विधायक भी हैं, जो टिकट कटने पर भाजपा का दामन थाम सकते हैं। अगर इस तरह की स्थिति बनती है तो उस सीट को कैसे कांग्रेस अपने पास बरकरार रख सकती है, इस पर भी मंथन जारी है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस इस पर जल्द निर्णय ले सकती है और अगस्त माह में अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर सकती है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जहां पर हमारे विधायक हैं, वे लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं, उन्हें अगले विधानसभा चुनाव में फिर से मैदान में उतारना लगभग तय है, ऐसे में उनके नाम की घोषणा में देरी नहीं की जाएगी। नाम घोषित होने से संबंधित क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के सामने भी स्थिति साफ हो जाएगी और फिर वह पूरी मेहनत के साथ कांग्रेस को जिताने में जुट जाएगा। इनके अलावा कुछ ऐसी भी सीटें हैं, जहां पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करती आ रही है, वहां भी पार्टी अपने ऐसे प्रत्याशी के बारे में जल्द निर्णय ले सकती है, जो भाजपा को कड़ी टक्कर दे सकता है। इस तरह पहली सूची में तकरीबन 100 प्रत्याशियों के नाम शामिल हो सकते हैं। जानकारों का कहना है कि प्रदेश नेतृत्व चाहता है कि चुनाव को लेकर आवश्यक निर्णय जल्द लिए जाए, जिससे वरिष्ठ नेताओं से लेकर आम कार्यकर्ताओं के पास मैदान में ज्यादा समय देने का मौका मिल सके। इसलिए पार्टी अपना वचन पत्र, आरोप पत्र के अलावा चुनाव समितियों के गठन जैसे महत्वपूर्ण निर्णय भी जल्द लेने की तैयारी की जा रही है।