सड़क पर भीख मांगते या गाड़ियों के शीशे साफ करते बच्चों को देखकर भटिंडा के शिक्षक सुखपाल सिंह सिद्धू ने उनकी जिंदगी बदलने की ठानी। 40 वर्षीय सुखपाल, सरकारी स्कूल में पढ़ाने के साथ-साथ अब फुटपाथ पर भी बच्चों को पढ़ा रहे हैं।

उन्होंने जुलाई 2022 में सिर्फ पांच बच्चों से शुरुआत की। आज, मात्र दो महीनों में 22 बच्चे उनके पास पढ़ने आते हैं। इनमें से कई बच्चों ने पहली बार पेन और पेंसिल पकड़ी है। सुखपाल कहते हैं, “इन बच्चों का पढ़ना-लिखना हमारे देश के भविष्य से जुड़ा है। इनके अंदर पढ़ाई की चाहत देखकर मैं बेहद खुश हूं।”

बिना सरकारी मदद के सुखपाल ने अपने स्कूल को प्राइवेट स्कूल जैसी सुविधाएं दीं और अब सड़क के बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं। उनके इस प्रयास ने कई मासूमों की जिंदगी में उम्मीद की किरण जगाई है।

न्यूज़ सोर्स : The Great India