मतदाता सूची के लिए भाजपा-कांग्रेस के नेताओं को काम पर लगाया
भोपाल।मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्यक्रम के बाद आखरी बार मतदाता सूची का प्रकाशन होना है और इसके बाद विधानसभा चुनाव की घोषणा कभी भी कर दी जाएगी। इसको लेकर भाजपा और कांगे्रस दोनों ही संगठनों के अध्यक्षों ने अपने-अपने क्षेत्र के बीएलओ 2 और कार्यकर्ताओं से कहा हैकि वे मतदाता सूची को जांच लें, ताकि बाद में किसी प्रकार का विवाद न हो। कई दावेदारों ने तो अपनी व्यक्तिगत टीम को भी मतदाता सूची की जांच में लगा दिया है।
मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम एक महीने तक चलने वाला है और इस दौरान नाम जोडऩे-घटाने के अलावा दावे-आपत्तियों का निराकरण भी किया जाएगा। चूंकि तीन महीने बाद विधानसभा चुनाव होना है और उसी को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी संगठनात्मक तैयारियां कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस लगातार फर्जी मतदाताओं के नाम का आरोप लगाती रहती है और उसकी पहल पर कई नाम काटे भी गए हैं जो कहीं ओर जाकर बस गए हैं। अब जो मतदाता सूची जारी की गई है, उसके अनुसार पुनरीक्षण हो रहा है और इसके बाद मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। सूची में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर जांचने के लिए तैनात किया है। भाजपा में तो पहले से ही मतदाता सूची के भौतिक परीक्षण का काम चल रहा है, वहीं कांग्रेस ने भी बीएलओ 2 से कहा है कि वे सूची को अच्छी तरह से जांच लें, ताकि बाद में परेशानी न आए। कांग्रेस के कई विधानसभा क्षेत्रों में अलग-अलग दावेदार हैं, उन्होंने भी अपने स्तर पर मतदाता सूची को जांचने का काम शुरू कर दिया है। कई ने तो संगठन के समानांतर अपने कार्यकर्ताओं को मंडलम और सेक्टर की जवाबदारी तक दे दी है, ताकि चुनाव में उनके कार्यकर्ताओं की टीम काम कर सके।