भाजपा घोषणा पत्र समिति की पहली बैठक में हुआ निर्णय
भोपाल । पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता जयंत मलैया का उत्साह इनदिनों सातवें आसमान पर है। विधानसभा चुनाव हारने के बाद से हाशिए पर चले गए मलैया को जब से घोषणा पत्र समिति का अध्यक्ष बनाया गया है उनकी सक्रियता बढ़ गई है। सांगठनिक दायित्वों से दूर रहने वाले जयंत मलैया को इस बार संगठन ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। इसलिए उनकी सक्रियता चर्चा का विषय बनी हुई है। मलैया को जब से बड़ा दायित्व मिला है, वे तत्परता से काम में जुट गए हैं। मंगलवार को विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर बनाई गई भाजपा की घोषणा पत्र समिति की पहली बैठक प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई। पूर्व वित्त मंत्री और मेनिफेस्टो कमेटी के चीफ जयंत मलैया ने इस बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में जनता को प्रभावित करने वाले मुख्य मुद्दों पर इस बैठक में चर्चा हुई। इस बैठक में मेनिफेस्टो कमेटी के चीफ जयंत मलैया, चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेन्द्र सिंह तोमर, मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, राज्यवर्धन सिंह, अजय प्रताप सिंह, सेवानिवृत्त आईएएस कवींद्र कियावत, एसएनएस चौहान, दीपक विजयवर्गीय, अतुल सेठ, मनोज पाल यादव, इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव और डॉ. विनोद मिश्रा शामिल हुए।
भाजपा का घोषणा पत्र तैयार करने के लिए पब्लिक से सुझाव लेने के लिए भाजपा एक सिस्टम तैयार करेगी। आम लोग नेताओं, पदाधिकारियों के जरिए सुझाव दे सकेंगे। पार्टी इसके लिए ऑनलाइन सुझाव मंगाने के लिए एक पोर्टल भी बनाने पर चर्चा हुई। बैठक के बाद मप्र के एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा- आज हमारी घोषणापत्र समिति की बैठक हुई है। बैठक में सबसे पहले इस बात पर चर्चा हुई कि कैसे हम हर वर्ग के साथ वो अगले पांच साल भाजपा से मप्र के विकास में संयुक्त रूप से क्या-क्या सोचते हैं। उनकी सबकी सोच आने के बाद, उनपर चर्चा करने के बाद आगे का तय होगा। हर संभाग और हर जिले में हम सुझाव लेंगे। फिजिकल बॉक्स लगाएंगे और ऑनलाइन सुझाव भी लेंगे। पहले सुझाव आएंगे फिर उनपर चर्चा होगी। एक महीने में सुझाव लेने का काम एक महीने में पूरा हो जाएगा। मेनिफेस्टो कमेटी के चीफ जयंत मलैया खुद हर संभाग स्तर पर जाएंगे और बैठकें करेंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा- मंगलवार को घोषणापत्र समिति की पहली मीटिंग थी। हमने सारे रोडमैप की तैयारी की है। जनआकांक्षाओं को एकत्रित करते हुए हर व्यक्ति को कैसे हम अपने साथ जोड़ें। उनके जो सुझाव हैं। लोग विकास के बारे में जो विचार करते हैं प्रदेश के बारे में जो लोग सोचते हैं। ऐसे सभी वर्गों को जोडऩे का काम करेंगे। एक ऐसा मेनिफेस्टो जो अपने मध्यप्रदेश को कांग्रेस के राज में जो बीमारु राज था। उसे विकसित राज्य भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बनाया। अब यह स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनेगा इस परिकल्पना के आधार पर बीजेपी का मेनिफेस्टो बनेगा।