महानगरों की तर्ज पर रायपुर शहर में एक और रेलवे स्टेशन (स्टापेज) बनाने का प्रस्ताव रेलवे मंडल को भेजा गया है। दरअसल रायपुर स्टेशन में तीन अलग-अलग रूट से ट्रेने पहुंचती है।इसके कारण कुछेक बार ट्रेनों का इंजन भी बदलना पड़ता है।रेलवे अफसरों का कहना है कि इंजन को बार-बार मोड़ना सही नहीं होता है, इससे हादसे की आशंका भी हमेशा बनी रहती है। इसे ध्यान में रखकर देवेंद्रनगर स्थित रेलवे ब्लाक हट को नया स्टापेज बनाने का प्रस्ताव रेल मंडल को भेजा गया है। 

रायपुर रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर राकेश सिंह ने बताया कि टिटलागढ़ के रास्ते तीन ट्रेने रायपुर आकर इंजन बदलने के बाद आगे रवाना होती है। इसमें एक घंटे का समय व्यर्थ होता है। इसे ध्यान में रखकर यात्रियों को नई सुविधा देने देवेंद्रनगर स्थित रेलवे ब्लाक हट को नया स्टापेज बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। नया स्टापेज बनने से यात्रियों को जहां सुविधा होगी,वही ट्रेन को स्टेशन आने की जरूरत नही होगी। इंजन बदलने की झंझट से मुक्ति मिलने के साथ ही नए स्टापेज से ही ट्रेन रवाना हो जाएगी।

देवेंद्रनगर के अंतिम छोर नारायणा हास्पिटल चौराहे से लगे जगह पर ब्लाक हट है। वहां पर वर्तमान में मालगाड़ी आकर रूकती है और ड्राइवर बदले जाते है। बकायदा यहां पर एक स्टेशन मास्टर भी पदस्थ है। पहले यहां पर ट्रेन भी रूकती थी और आसपास के रहने वाले यात्री भी स्टेशन के बजाए यहीं पर उतर जाया करते थे।पिछले आठ साल से ट्रेन नहीं रूक रही है।इस स्थान को ही विकसित कर नया स्टापेज बनाने का प्रस्ताव है। नवा रायपुर में निर्माणाधीन नया स्टेशन का काम पूरा होने और ट्रेनों का संचालन शुरू होने से यात्रियों को ट्रेन में सफर करने के लिए शहर से 30 किलो मीटर दूर जाना पड़ेगा।रायपुर में मुख्य स्टेशन के साथ वर्तमान में सरोना और सरस्वतीनगर में भी रेलवे स्टेशन (स्टापेज) है। रायपुर के सबसे पुराने मुख्य स्टेशन में काफी भीड़ एकत्रित होती है। इस भीड़ को कम करने दोनों स्टेशनों के विकसित करने का न केवल यात्रियों को लाभ मिलेगा बल्कि इस पूरे क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत भी देगा। ऐसे स्टेशन देश के कई बड़े नगरों में हैं जहां सुविधा होने से आधी से ज्यादा भीड़ छंट जाती है।