प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) के विभिन्न पहलुओं को समेटती हुई रिपोर्ट को शुक्रवार को ‘इंडिया इंटरनेशनल सेंटर’ (IIC) में आयोजित एक कार्यक्रम में लॉन्च किया गया।

‘इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस’ (Institute for Competitiveness) द्वारा ‘Mann Ki Baat: Advancing Progress Through Citizen Engagement’ शीर्षक से लिखी गई इस रिपोर्ट में मन की बात कार्यक्रम और समाज पर इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से बताया गया है। बता दें कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 30 अप्रैल को 100 एपिसोड पूरे हो रहे हैं।

रिपोर्ट की लॉन्चिंग से पहले एक शॉर्ट वीडियो फिल्म के जरिये समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े लोगों ने इस रेडियो कार्यक्रम को लेकर अपने अनुभव शेयर किए और बताया कि किस तरह ‘मन की बात’ की बदौलत समाज में और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है।  

कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता पब्लिक ब्रॉडकास्टर ‘प्रसार भारती’ (Prasar Bharati) के सीईओ गौरव द्विवेदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम को देश का सबसे लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम बताया। उन्होंने महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों पर करोड़ों लोगों को जोड़ने वाला एक प्रेरक और दूरगामी मंच बनाने के लिए ‘मन की बात’ कार्यक्रम से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी। उनका कहना था, ‘मन की बात कार्यक्रम ने लोगों तक अपनी पहुंच बनाने के मामले में रिकॉर्ड बनाया है।

मन की बात कार्यक्रम को ऑल इंडिया रेडियो द्वारा 22 भारतीय भाषाओं, 29 बोलियों और 11 विदेशी भाषाओं में अनुवादित किया गया है। अंग्रेजी के अलावा यह कार्यक्रम 11 विदेशी भाषाओं जैसे- फ्रेंच, चाइनीज, इंडोनेशिया, बर्मा, बलूची आदि में प्रसारित होता है। वर्तमान में यह कार्यक्रम ऑल इंडिया रेडियो के 500 से ज्यादा ब्रॉडकास्ट सेंटरों से प्रसारित किया जा रहा है।’

इसके बाद ‘इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस’ के चेयरमैन डॉ. अमित कपूर ने तमाम आंकड़ों के जरिये इस रिपोर्ट पर प्रकाश डाला और इसके विभिन्न आयामों को विस्तार से बताया। उनका कहना था, ‘यह रिपोर्ट मन की बात रेडियो कार्यक्रम की पहुंच और प्रभाव को विश्लेषणात्मक रूप से समझने का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। प्रधानमंत्री मोदी इस आयोजन के माध्यम से लाखों लोगों तक पहुंच रहे हैं और इस रिपोर्ट में बताया गया है कि यह रेडियो कार्यक्रम किस तरह प्रभावी रूप से जनता के साथ जुड़ने और तमाम महत्वपूर्ण विषयों पर उन्हें सूचित अथवा जागरूक करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है।’ इसके साथ ही डॉ. अमित कपूर का यह भी कहना था कि ‘मन की बात’ शून्य पर स्थापित व्यक्ति के मन की अभिव्यक्ति है। 

कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े ‘हल्ट इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. मार्क एस्पोसिटो ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, ‘मन की बात कार्यक्रम ने देश के विकास के लिए नागरिकों की जिम्मेदारी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस बारे में लॉन्च की जाने वाली यह रिपोर्ट विश्लेषणात्मक रूप से देश में शासन और नागरिक जुड़ाव को समझने और उसमें सुधार करने का प्रभावी तरीका है।’

वहीं, ‘एक्सिस माई इंडिया’ (Axis My India) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप गुप्ता का कहना था, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम के जरिये देश के लाखों लोगों तक अपनी बात पहुंचाई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि मन की बात कार्यक्रम ने कैसे लोगों की जिंदगी के तमाम पहलुओं पर प्रभाव डाला है।’ स्वच्छ भारत अभियान के तहत मुंबई में समंदर के किनारे पर कचरा साफ करने का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक तो कचरा साफ करना और उससे पहले जरूरी है कि कचरा न फेंके। इतना बड़ा बदलाव आसान नहीं है। खासकर व्यवहार में परिवर्तन की बात करें तो।

इसके अलावा कोरोना के दौरान वैक्सीनेशन का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कुछ लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई। जब प्रधानमंत्री ने रेडियो पर मन की बात कार्यक्रम में इस बारे में लोगों की तमाम शंकाओं को दूर किया और कहा कि उन्होंने खुद वैक्सीन लगवाई है। इसके बाद वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों की लाइन लग गई और पूरा का पूरा गांव वैक्सीनेट हो गया। वहीं, मन की बात सुनने के बाद एक जगह को लोगों ने खुद आगे बढ़कर सफाई अभियान चलाया। कह सकते हैं कि इस कार्यक्रम ने लोगों पर काफी सकारात्मक प्रभाव डाला है और तमाम बदलाव देखने को मिले हैं।  

कार्यक्रम के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अपनी बात रखते हुए ‘Social Progress Imperative’ के सीईओ माइकल ग्रीन ने कहा, ‘एक प्लेटफॉर्म के रूप में, मन की बात सभी भारतीयों के लिए आसानी से सुलभ है, भले ही उनकी सामाजिक व आर्थिक स्थिति कैसी भी हो। इस तरह का प्लेटफॉर्म सरकारी कार्यक्रमों के बारे में सूचना के अंतर को पाटने में मदद करेगा।’ उन्होंने विश्वास जताया कि यह प्लेटफॉर्म सुनिश्चित करना जारी रखेगा कि लोग सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करें और राष्ट्र निर्माण गतिविधियों में भाग लेने के अवसरों का लाभ उठाएं।

वहीं, ‘बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन’ के डायरेक्टर हरि मेनन ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अपनी बात रखी। उनका कहना था, ‘लोगों की भागीदारी और सामुदायिक जुड़ाव दीर्घकालिक सतत विकास और सामाजिक प्रगति की आधारशिला है। मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड की उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में भारत की प्रगति निश्चित रूप से इस तरह की पहल से बढ़ेगी, जो कई लोगों के लिए प्रेरणास्रोत के रूप में कार्य करती है।’ इस रिपोर्ट की लॉन्चिंग कार्यक्रम को ‘बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन’ की डिप्टी डायरेक्टर (Policy, Communications and Behavioural Insights) अर्चना व्यास ने भी संबोधित किया।

इस मौके पर सरकारी वेबसाइट ‘माईगव इंडिया‘ (MyGovIndia) के सीईओ आकाश त्रिपाठी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के बारे में कहा कि नागरिक जुड़ाव इस कार्यक्रम के केंद्र में रहा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि  कैसे ‘मन की बात’ ने श्रोताओं को सामाजिक परिवर्तन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया है और इस कार्यक्रम का व्यापक प्रभाव पड़ा है। तमाम प्रबुद्धजनों के संबोधन के बाद इस रिपोर्ट को लॉन्च किया गया। कार्यक्रम का संचालन विम्मी चौधरी ने किया। इस मौके पर मीडिया से जुड़े लोगों समेत तमाम गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

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