मप्र में मानसून की सक्रियता होने लगी कम
भोपाल। प्रदेश में एक बार पुन: मानसून की सक्रियता कम होने लगी है। कम दबाव का क्षेत्र अब प्रदेश में कमजोर पड़ने लगा है। इसके हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में परिवर्तित होकर आगे बढ़ने की संभावना है। आज से प्रदेश के अधिकतर जिलों में मौसम साफ होने लगेगा। इस वजह से धूप भी निकलेगी और दिन का तापमान बढ़ने लगेगा। हालांकि वातावरण में नमी बरकरार रहने के कारण ग्वालियर, उज्जैन एवं भोपाल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं। उधर रविवार को सुबह साढ़े आठ से शाम साढ़े पांच बजे तक रतलाम में 25, बैतूल में 13, जबलपुर में 11.4, रीवा में 11, पचमढ़ी में सात, मंडला एवं धार में दो, उज्जैन में एक, मलाजखंड में 0.8, इंदौर में 0.7, छिंदवाड़ा में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। भोपाल, खजुराहो एवं नर्मदापुरम में बूंदाबांदी हुई। सम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में कहीं-कहीं मध्यम स्तर की वर्षा हो रही है। हालांकि कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर पड़ गया है। इसके ऊपरी हवा के चक्रवात के रूप में परिवर्तित होकर आगे बढ़ने की संभावना है।इस वजह से अब मानसून की गतिविधियों में कमी आने लगेगी। बादल छंटने से धूप निकलेगी। उधर, वातावरण में नमी रहने के कारण सोमवार को भोपाल, उज्जैन एवं ग्वालियर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। सम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी जेपी विश्वकर्मा ने बताया कि कम दबाव का क्षेत्र वर्तमान में उत्तरी मध्य प्रदेश के मध्य में बना हुआ है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा से मप्र में बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर रायपुर, गोपालपुर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। इसके अतिरिक्त पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ भी बना हुआ है।