चिंताजनक स्थिति: मप्र में जापानी बुखार के मामले 65% बढ़े
मप्र में में स्वास्थ्य संकट गहराता जा रहा है. जहां हाल ही में डेंगू के मामलों ने शहर को हिलाकर रख दिया था, वहीं अब जापानी बुखार ने भी दस्तक दे दी है. मप्र में जापानी बुखार के मामले 65% बढ़े, असम के बाद सबसे ज्यादा 52 केस मिले है. जापानी इंसेफेलाइटिस एक ऐसी बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से फैलता है। ये मच्छर फ्लेविवायरस संक्रमित होते हैं। यह संक्रामक बुखार नहीं है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है।
जापानी बुखार: एक खतरा
जापानी इंसेफेलाइटिस एक मच्छर जनित बीमारी है, जो फ्लेवीवायरस से संक्रमित मच्छरों द्वारा फैलती है. इसके लक्षण लगभग एक सप्ताह बाद दिखाई देते हैं, और ये बुखार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है. इस बुखार से बचने के लिए घर में मच्छरदानी का उपयोग करना और पानी के कंटेनरों को ढककर रखना आवश्यक है. यदि किसी को अधिक बुखार या दर्द हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.