भारत जी-20 और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता सहित विश्व के बड़े देशों की सूची में जगह बना रहा है। देश विश्व की कठिनाइयों का समाधान लाने के लिए तैयार है और इसके लिए हमेशा तत्पर रहा है। यह बात यूएन में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कही। उन्होंने कहा कि चाहे कोरोना काल हो या कोई भी वैश्विक समस्या भारत कभी दुनिया की मदद के लिए पीछे नहीं रहा है।

जब यूएनएससी सुधारों और सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सीट के बारे में पूछा गया, तो कंबोज ने कहा कि भारत एक ऐसे देश के रूप में विश्व के बड़े देशों में शुमार हो रहा है जो सबके लिए समाधान लाने को तैयार है। हमारी विदेश नीति का केंद्रीय सिद्धांत मानव-केंद्रित है और वही रहेगा।

UNSC में लंबे समय से उठाई सुधारों की आवाज

कंबोज ने कहा कि भारत यूएनएससी में लंबे समय से लंबित सुधारों के लिए अग्रणी आवाजों में से एक रहा है और इसलिए यह निश्चित रूप से स्थायी सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र के उच्चतम स्तर पर एक पद का हकदार है। बता दें कि सुरक्षा परिषद के पुनर्गठन के प्रस्ताव को लगभग दो दशकों से अधिक समय हो गया है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासभा में गतिरोध का सामना करना पड़ा है। फिलहाल सुरक्षा परिषद में 5 स्थायी सदस्य हैं और 10 दो साल के कार्यकाल के लिए चुने गए हैं। 

न्यूज़ सोर्स : ipm