आजीविका_मिशन द्वारा किये जा रहे कार्यो का प्रायोगिक अध्ययन करेंगे ये विद्यार्थी ,ग्राम में ही होगा रात्रि विश्राम
आईआईएम इंदौर के 24 छात्रों की 4 टीमें जिले के अलग-अलग गांवों में पहुंची। हर टीम एक गांव में चार दिन रहकर यहां ग्रामीण परिवेश को समझेगी। हर टीम में 6 छात्र शामिल है। रूरल इंगेजमेंट प्रोग्राम के तहत छात्रों का चयन किया गया है। सभी टीमें रिपोर्ट तैयार करेंगी। फिर इसे आईआईएम इंदौर की तरफ से शासन को भेजा जाएगा।
छात्रों की टीमें राज्य #ग्रामीण_आजीविका_मिशन द्वारा किये जा रहे कार्यो के तहत हो रहे कार्यो का भी अध्ययन करेंगी। एकेडमिक के साथ-साथ छात्रों को प्रैक्टिकल नॉलेज देने तथा बडे प्रोजेक्ट को धरातल पर परखने की समझ विकसित करने के लिए यह एकेडमिक विजिट प्लान की गई है। प्रभारी जिला पंचायत सीईओ श्री अरविन्द डामौर एवं एन.आर.एल.एम. जिला परियोजना प्रबंधक श्री शम्भु मईडा ने छात्रों से कहा कि वे ग्रामीण प्रवास के दौरान वहां के समूहों के संचालन एवं समूहों द्वारा की जा रही गतिविधियों, अर्थव्यवस्था एवं ग्रामीणों की समस्याओं को समझने का प्रयास करेंगे, तो काफी अहम होगा। टीम विकासखण्ड नीमच के ग्राम चिताखेडा, धनेरियाकलां, जवासा और रेवली देवली के भ्रमण पर रहेगी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राजेन्द्र पालनपुरे द्वारा इन पंचायतों में भोजन एवं आवास की व्यवस्था करवाई गई, एवं विकासखण्ड प्रबंधक राजेन्द्र कुमार चौहान, सहा. विकासखण्ड प्रबंधक श्री आशीष भगोरे, सुनिल नागराज द्वारा उक्त पंचायतों में स्व सहायता समूह की महिला दीदीयों एवं ग्राम संगठन एवं सकुल स्तरीय संगठन के पदाधिकारीयों के बीच संवाद करवाया जा रहा है।