किसी भी देश के विकास में गैर सरकारी संगठनों  {NGO} की भूमिका अहम होती है। भारत में जैसे की कथित तौर पर विकसित भारत बनाएं जाने का राग अलापा जा रहा है,लेकिन देश एवं प्रदेशों में एनजीओ नीति का कमजोर होना दिखाता है कि सरकारों द्वारा जमीनी गैर सरकारी संगठनों के विकास के लिए बनाए गए तंत्रों को उस तरह एक्टिव नहीं किया जा सका जिसके लिए इनका निर्माण किया गया था। 

  मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, रोजगार आदि जैसे सामाजिक मुद्दे राज्य में बहुत कमजोर हैं, खासकर मध्य प्रदेश के पूर्वी, पश्चिमी,दक्षिणी भाग जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्रों में गैर सरकारी संगठनों  के नाम पर भयंकर बंदरबाट की जा रही है। इन क्षेत्रों में एनजीओ फण्ड की निगरानी करने वाला कोई नहीं है। मप्र सरकार ने मप्र जन अभियान परिषद को एनजीओ नोडल एजेंसी के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जिससे की सही तरीके से ग्रेडिंग की जा सके एवंस्थानीय एनजीओ को ही कार्य मिल सके लेकिन उसका खाका भी अभी तक जमीन पर सही तरीके से नहीं उतर सका है।

इन क्षेत्र के लिए पैसा तो बंटा पर कार्य नहीं हुआ

मध्य प्रदेश के ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्र जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का सामना कर रहे हैं, जिससे कृषि और वानिकी बुरी तरह प्रभावित हो रही है . जो समुदायों के लिए आजीविका का मुख्य स्रोत है। मध्य प्रदेश जैव विविधता में समृद्ध है और यहाँ की मिट्टी विविध है जो इसे विविध फसलों की खेती के लिए उपयुक्त बनाती है। हालाँकिए जलवायु परिवर्तन के कारण प्राकृतिक संसाधनों का धीरे-धीरे क्षय हो रहा है और सामाजिक और आर्थिक भेद्यता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो मुख्य रूप से गरीबी, खराब स्वास्थ्य और संकटपूर्ण  इको सिस्टम की ओर ले जा रही है।  

प्रोजेक्टिव कार्य  से अंजान छोटे एनजीओ

इसका कारण स्थानीय समुदाय का संगठित होकर कार्य नहीं करना है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान   द्वारा आयोजित सुशासन एवं नीति विश्लेषण कार्यक्रम के दौरान दो साल पूर्व कहा था कि कागजों पर पेटी सिस्टम में कार्य दर्शा रहे एनजीओ को रोकने जिले स्तर पर एक ऐसी संस्थागत व्यवस्था की जाए जिसमें की छोटे एनजीओ के दस्तावेजीकरण से लेकर अन्य प्रोजेक्टिव कार्य में मदद करें एवं क्षेत्र में निःस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे स्थानीय संगठनों को फिल्टर कर उसे ही क्षेत्र में कार्य मिल सके ऐसा प्रमाणिकरण करे। इस कार्य के लिए जन अभियान परिषद जैसी एक स्वतंत्र संस्था को इसका कार्य सौंपने की बात की गई थी लेकिन इस को लेकर अभी तक प्रशासनिक रूप से कुछ  किया गया हो ऐसा दिख नहीं रहा है।

मप्र में एनजीओ की अब तक स्पष्ट गाइडलाइन नहीं

मप्र सरकार ने तीन साल पहले प्रदेश में एनजीओ नीति पर स्पष्ट गाइडलान तैयार करने का भरोषा दिया था। कागजों पर चल रहे गैर सरकारी तंत्रों की निगरानी एवं जमीनी स्तर के एनजीओ के उन्नमुखीकरण का वादा भी किया था जो की अभी तक अधूरा है। सरकार का एनजीओ ग्रेडिंग सिस्टम फेल है। सरकार को इस दिशा में गंभीर चिंतन करना चाहिए ,क्योंकि विकसित भारत की परिकल्पना में  सतत विकास के इस लक्ष्य को हासिल करने एवं अधोसंरचना विकास कार्य को टिकाउ बनाने स्थानीय गैर सरकारी संगठनों को सक्रिय करना आवश्यक है। 

 संस्थाएं पंजीकृत तो हैं पर क्रियाशील नहीं

  मप्र में हर दिन सैकड़ों एनजीओ खुल रहे हैं पर उन्हे सही दिशा देने हेतु सरकारी तंत्र उतना विकसित नहीं हो सका है जितना की विकसित देशों में विकसित है। ऐसी स्थित में संस्थाएं पंजीकृत तो हैं पर क्रियाशील नहीं है। कुछ संस्थाएं है जो छोटा मोटा कार्य कर रहीं हैं। किंतु विकास सेक्टर में गैर सरकारी सेक्टर में विकसित भारत की परिकल्पना में ना के बराबर है।

मप्र में पंजीकृत सक्रिय एनजीओं अनुमानित संख्या

19+ NGO in Alirajpur, Madhya Pradesh

28+ NGO in Anuppur, Madhya Pradesh

28+ NGO in Ashok Nagar, Madhya Pradesh

112+ NGO in Balaghat, Madhya Pradesh

69+ NGO in Barwani, Madhya Pradesh

223+ NGO in Betul, Madhya Pradesh

70+ NGO in Bhind, Madhya Pradesh

1600+ NGO in Bhopal, Madhya Pradesh

66+ NGO in Burhanpur, Madhya Pradesh

77+ NGO in Chhatarpur, Madhya Pradesh

98+ NGO in Chhindwara, Madhya Pradesh

66+ NGO in Damoh, Madhya Pradesh

33+ NGO in Datia, Madhya Pradesh

79+ NGO in Dewas, Madhya Pradesh

 140+ NGO in Dhar, Madhya Pradesh

44+ NGO in Dindori, Madhya Pradesh

66+ NGO in Guna, Madhya Pradesh

512+ NGO in Gwalior, Madhya Pradesh

63+ NGO in Harda, Madhya Pradesh

85+ NGO in Hoshangabad, Madhya Pradesh

577+ NGO in Indor, Madhya Pradesh

222+ NGO in Jabalpur, Madhya Pradesh

43+ NGO in Jhabua, Madhya Pradesh

55+ NGO in Katni, Madhya Pradesh

52+ NGO in Khandwa (East Nimar), Madhya Pradesh

48+ NGO in Khargone, Madhya Pradesh

67+ NGO in Mandsaur, Madhya Pradesh

78+ NGO in Morena, Madhya Pradesh

61+ NGO in Narsinghpur, Madhya Pradesh

37+ NGO in Neemuch, Madhya Pradesh

20+ NGO in Panna, Madhya Pradesh

62+ NGO in Raisen, Madhya Pradesh

45+ NGO in Rajgarh, Madhya Pradesh

81+ NGO in Ratlam, Madhya Pradesh

150+ NGO in Rewa, Madhya Pradesh

193+ NGO in Sagar, Madhya Pradesh

69+ NGO in Satna, Madhya Pradesh

64+ NGO in Sehore, Madhya Pradesh

85+ NGO in Seoni, Madhya Pradesh

74+ NGO in Shahdol, Madhya Pradesh

234+ NGO in Shajapur, Madhya Pradesh

16+ NGO in Sheopur, Madhya Pradesh

82+ NGO in Shivpuri, Madhya Pradesh

51+ NGO in Sidhi, Madhya Pradesh

76+ NGO in Tikamgarh, Madhya Pradesh

105+ NGO in Ujjain, Madhya Pradesh

45+ NGO in Umaria, Madhya Pradesh

82+ NGO in Vidisha, Madhya Pradesh

डेटा ग्रामोजन फाउंडेशन{ सोशल इनपुट}

 

न्यूज़ सोर्स : ipm