सीधी पेशाब कांड: CM शिवराज ने पीड़ित के पैर धोये , आरती उतारी
भोपाल। सीधी पेशाब कांड पर मचे बवाल के बीच बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पेशाब कांड के पीड़ित के पैर धोए हैं। उन्होंने पीड़ित को अपने भोपाल स्थित सरकारी आवास पर बुलाकर उनसे मुलाकत की। इस दौरान शिवराज सिंह ने भाजपा नेता द्वारा किए गए इस कुकृत्य के लिए पीड़ित से माफी भी मांगी।
इस मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर लिखा, 'मन दुखी है। दशमत जी आपकी पीड़ा बांटने का यह प्रयास है। मैं आपसे माफी भी मांगता हूं, मेरे लिए जनता ही भगवान है।' मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार सुबह एक नाटकीय घटनाक्रम में पीड़ित आदिवासी दशमत का हाथ पकड़कर सीएम हाउस ले गए। यहां उन्होंने पीड़ित को कुर्सी पर बैठाया। पांव धोए, आरती उतारी और तिलक लगाया। इसके बाद शॉल ओढ़ाकर सीएम शिवराज ने पीड़ित को सम्मानित भी किया। इसके बाद पीड़ित को लेकर स्मार्ट सिटी पार्क गए और साथ मिलकर पौधरोपण किया।
उन्होंने पैर धोने का वीडियो साझा करते हुए लिखा, 'यह वीडियो मैं आपके साथ इसलिए साझा कर रहा हूँ कि सब समझ लें कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान है, तो जनता भगवान है। किसी के साथ भी अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्य के हर नागरिक का सम्मान मेरा सम्मान है।'
बता दें कि सीधी में नशे में धुत प्रवेश शुक्ला ने सीढ़ियों पर बैठे एक आदिवासी युवक पर पेशाब कर दी थी। आरोपी सीधी के BJP विधायक केदार शुक्ला का प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला था। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद विपक्षी कांग्रेस पार्टी सत्तारूढ़ BJP पर हमलावर हो गई। वहीं सरकार से मामले में कार्रवाई को लेकर सवाल पूछे जाने लगे। मामला तूल पकड़ने के बाद से पीड़ित गायब था। कांग्रेस आरोप लगा रही थी की पीड़ित को पुलिस ने बंधक बना रखा है। गुरुवार को पीड़ित सीएम हाउस में पहुंचा जहां मुख्यमंत्री उसकी आरती उतारते नजर आए।