सूर्य उपासना का पर्याय छठ पूजन, डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य
नगर ओबेदुल्लागंज में सूर्य षष्ठी व्रत का समारोह धूम धाम से मनाया गया। चार दिवसीय इस व्रत का पारायण कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य दे कर किया जाता है। अगले दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य समर्पित कर व्रत संपन्न होता है। नगर में पूर्वांचल भोजपुरी समाज के तत्वाधान में मत्स्य पालन विभाग परिसर में छठ पूजन के घाट का निर्माण किया गया था जहां पारंपरिक साज सज्जा के साथ व्रत धारी महिलाओं ने परिवार सहित सूर्य को अर्घ्य समर्पित किया। व्रत धारी परिवार अपने अपने घरों से डाल सजा कर पूजन सामग्री सिर पर रख कर घाट पर पहुंचे और पूजन किया। सभी ने मंच पर स्थापित छठ मैया की तस्वीर पर पुष्प समर्पित कर पूजन प्रारंभ किया। ज्ञात हो कि छठ पूजन उत्तर भारत के पूर्वांचल क्षेत्र का विशिष्ट त्यौहार है जो कि न केवल देश बल्कि सुदूर देशों में भी परंपरागत उत्साह से मनाया जाता है।
इस अवसर पर पूर्वांचल भोजपुरी समाज ने सभी व्यवस्थाएं प्रशासन के सहयोग से की थीं। संस्था की स्थापना स्व. श्री रमाशंकर जायसवाल द्वारा 2021 में की गई थी जो छठ पूजा सहित सभी सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहती है। भोजपुरी समाज के अध्यक्ष गणेश जायसवाल ने सभी व्रत धारियों का स्वागत किया और फल एवं पूजन सामग्री प्रदान की। व्रतधारी परिवार छठी मैया के गीतों पर थिरकते उमंग और उत्साह के साथ पहुंचे। इस अवसर पर नगर के गणमान्य नागरिक और परिवार बड़ी संख्या में उपस्थित रहे और परस्पर छठ पूजन की शुभकामनाएं प्रेषित कीं।