छतरपुर। एमपी के पूर्व गृहमंत्री रामदयाल अहिरवार (Former MP Home Minister Ramdayal Ahirwar) का निधन हो गया है, उन्होंने 90 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. इस बीच प्रदेश से बहुत ही शर्मनाक सामने आई, वो यह कि मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार के रहते रामदयाल अहिरवार एक बार गृहमंत्री, 2 बार मंत्री और 6 बार दलित विधायक का बड़ा चेहरा रहे हैं, बावजूद इसके उनके अंतिम संस्कार पर कोई नेता नहीं पहुंचा. यहां तक कि रामदयाल अहिरवार के शव को उनके गृह नगर महाराजपुर (Home Town Maharajpur) ले जाने के लिए कोई एंबुलेंस (Ambulances) नहीं मिली, इसके बाद परिजनों ने 2200 रुपये को देकर शव वाहन बुलाया, तब कहीं जाकर शव को महाराजपुर ले जाया गया.

महाराजपुर में जन्मे एवं अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले रामदयाल अहिरवार का लंबा राजनीतिक जीवनकाल रहा है। महाराजपुर विधानसभा के अलावा चंदला विधानसभा में भी जाकर चुनाव लड़ा और विजय हासिल की। मध्य प्रदेश शासन में परमानेंट विधायक के नाम से पहचान बनाने वाले विधायक थे। जिन्होंने राज्य परिवहन एवं गृहमंत्री के साथ ही जल संसाधन मंत्रालय का भी प्रभार संभाला और अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद उनका अंतिम चुनाव महाराजपुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष के रूप में था, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। 

पूर्व मंत्री की मौत पर पार्टी के चार लोग भी नहीं जुटे
पूर्व मंत्री रामदयाल अहिरवार के बड़े बेटे नंदराम ने पुराने दिनों को याद करते हुए अपना दर्द बयां किया। उन्होंने पार्टी-संगठन पर उपेक्षा के आरोप लगाए। बताया गया कि छह बार के विधायक, 2 बार के राज्यमंत्री/गृहमंत्री की बीमारी के दौरान और अब आज मौत की खबर के बाद भी भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता-पदाधिकारी वहां नहीं पहुंचा। परिजनों का कहना है कि पहले उनके पीछे काफिला चलता था, लेकिन अब कोई पूछपरख नहीं रही। सीएम शिवराज सिंह चौहान और पीएम नरेंद्र मोदी को मीडिया के जरिये संदेश भेजा। कहा- पार्टी बदल रही है। पुराने नेता-कार्यकर्ता की कोई पूछ परख नहीं हो रही।

रामदयाल अहिरवार के पुत्रों और बहू ने दो टूक कहा कि “भाजपा के पदाधिकारी और सरकार बेहद लापरवाह है, दुख की इस घड़ी में वह हमारे साथ नहीं है. जबकि हमारे पिता ने जनसंघ से लेकर भाजपा में अपना जीवन न्योछावर कर दिया. उनके (रामदयाल अहिरवार) शव को महाराजपुर में अंत्येष्टि हेतु पहुंचाया जाना था, जिसके लिए हमें प्रशासन से शव वाहन तक नहीं मिला. हमने उनके शव के लिए 2200 रुपये में शव वाहन बुलावाया, इसके बाद हम महाराजपुर पहुंच सके. भारतीय जनता पार्टी के संगठन में भूमिका निभाने वाले हमारे पिता रामदयाल अहिरवार महाराजपुर विधानसभा के वरिष्ठ नेता, 6 बार विधायक और दो बार मंडी अध्यक्ष रहे, लेकिन उनके आखिरी समय पर कोई भी नेता श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचा


भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने जताया शोक
इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने ट्वीट कर पूर्व मंत्री रामदयाल अहिरवार के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने लिखा कि चन्दला विधानसभा से पूर्व विधायक व प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री श्री रामदयाल अहिरवार जी के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। क्षेत्र के विकास एवं संगठन के विस्तार में स्वर्गीय रामदयाल जी का योगदान अविस्मरणीय है। श्रद्धेय रामदयाल जी का निधन संगठन एवं चन्दला विधानसभा के लिए बड़ी क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोकमय परिजनों को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि।

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