महात्मा गांधी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। उन्होंने श्स्वच्छ भारतश् का सपना देखा था जिसके लिए वह चाहते थे कि भारत के सभी नागरिक एक साथ मिलकर देश को स्वच्छ निर्भर  बनाने के लिए कार्य करें।  किंतु कुछ सालों से जनता सरकार पर  निर्भर होकर अपना दायित्व भूल रही थी।   । इसी बात को ध्यान में रख यह अभियान चलाया जा रहा है । इस अभियान का असर अब दिखने लेगा है। मप्र के गांव -गांव में इस अभियान ने गति पकड़  ली है। सरकारी एवं सार्वजनिक स्थलों की सफाई करने आम नागरिक आगे आ रहे हैं। 

अभियान के कई फ़ायदे 

  • देश की छवि सुधरेगी. 
  • ग्रामीण इलाकों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा. 
  • जलजनित रोगों का खतरा कम होगा. 
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार होगा. 
  • सार्वजनिक भागीदारी और सामुदायिक सहभागिता बढ़ेगी. 
  • खुले में शौच की समस्या खत्म होगी. 

इस अभियान के बारे में कुछ और बातें: 

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं मंदिर मार्ग पुलिस थाने में इस अभियान की शुरुआत की थी. 
  • प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' जैसे मंचों पर इस अभियान से जुड़ी बातें साझा कीं. 
  • इस अभियान में समाज के सभी वर्गों ने हिस्सा लिया, जैसे कि सरकारी कर्मचारी, जवान, अभिनेता, खिलाड़ी, उद्योगपति, और अध्यात्मिक गुरु. 
  • इस अभियान के तहत, सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया गया. 
  • इस अभियान के तहत, मैला ढोने की प्रथा को खत्म किया गया. 
  • इस अभियान के तहत, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर ध्यान दिया गया. 8 लोग और पाठ की फ़ोटो हो सकती है
  • 10 लोग और पाठ की फ़ोटो हो सकती है
  • पाठ की फ़ोटो हो सकती है
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20 लोग और पाठ की फ़ोटो हो सकती है3 लोग और पाठ की फ़ोटो हो सकती है

न्यूज़ सोर्स : Yogendra- ipm