ग्राम पंचायतों में केन्द्र का ई- डंडा, एनएमएमएस से मचा हंगामा
ग्रामीण विकास विभाग ने नेशनल मोबाइल मॉनीटरिंग सॉफ्टवेयर {एनएमएमएस} एप लांच कर दिया है। पंचायत प्रतिनिधि इसे मोबाइल में डाउनलोड करेंगे। वे इस एप के माध्यम से ही मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाएंगे। इस ऐप के लांच होते ही पंचायतों में सरपंचों ने हंगामा खड़ा कर दिया है। प्रदेश भर में ऐप को हटाने की माग की जा रही है। प्रदेश भर के कई जिलों के सरपंच एवं उपसरपंचों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर इस बारे में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में दो दर्जन से अधिक मांगों को रखा गया। सरपंचों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों का निराकरण नहीं किया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। पंचायतों में सरपंचों ने 5 फरवरी को तालाबंद कर हड़ताल शुरु कर दी है। इतना ही नहीं गांव-गांव पहुंचने वाली विकास यात्रा से भी सरपंचों ने दूरी बना ली है। विकास यात्रा का भी विरोध प्रारंभ कर दिया है। सरपंचों ने पंचायतों में लागू एनएमएमएस (नेशनल मोबाइल मॉनीटरिंग सॉफ्टवेयर) को बंद करने सहित अन्य मांगों को लेकर यह प्रदर्शन शुरू किया है।
वार्ड पंच उपस्थिति दर्ज करने अधिकृत
ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, "पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए, भारत सरकार ने एनएमएमएस ऐप के माध्यम से कार्यस्थल पर उपस्थिति दर्ज करने का प्रावधान किया है।उन्होंने कहा कि एनएमएमएस ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करने की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने वार्ड पंच को उपस्थिति दर्ज करने के लिए अधिकृत किया है।
मनरेगा योजना अंतर्गत मॉनिटरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) के विरोध में मध्यप्रदेश सरपंच संघ के बैनर तले देवास ब्लॉक के 96 सरपंच कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
बालाघाट में सरपंचों ने विकास यात्रा के जवाब में पंचायतों में तालाबंदी कर विरोध दर्ज किया। सरपंचों का कहना है कि हमने पंचायतों में एनएमएमएस को बंद करने सहित अन्य मांगों को लेकर शासन-प्रशासन को अवगत करवाया। लगातार आवेदन, निवेदन और ज्ञापन दिए। इसके बाद भी शासन-प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाए। इसलिए हम ये विरोध कर रहे है।
क्या काम में आएगी पारदर्शिता
मनरेगा मजदूरों की हाजिरी मोबाइल एप से लगने से काम में भी पारदर्शिता आएगी। इसके अलावा पंचायत प्रतिनिधियों पर फर्जी हाजिरी लगाकर ठगी करने के आरोपों से भी छुटकारा मिलेगा। इस ऐप पर मनरेगा मजदूरों के वर्क साइट सहित फोटो दिन में दो बार अपलोड करने होंगे। पहला फोटोग्राफ सुबह के समय अपलोड करना होगाए जबकि दूसरी बार फोटो दोपहर दो से शाम पांच बजे के बीच डालना होगा।