मध्य प्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर है। सोमवार 28 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो गई है, जो 16 जनवरी तक चलेगी।सरकार का अनुमान 46 लाख टन धान के उपार्जन का है और 2 हजार 40 रुपये प्रति क्विंटल की दर से पंजीकृत किसानों से उपार्जन किया जाएगा। इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए किसान की पहचान बायोमैट्रिक्स से की जाएगी। धान का भुगतान भी आधार से लिंक खाते में होगा

धान का उर्पाजन (MP Paddy Procurement 2022-23) प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के अलावा गोदाम स्तर पर भी किया जाएगा। इस बार यह व्यवस्था बनाई गई है कि गोदामों का तीन बार सत्यापन किया जाए ताकि यह पता चल सके कि पहले से धान तो नहीं रखा है। इस बार 8 लाख किसानों ने ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराया है।कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि सीमावर्ती जिलों में नजर रखें। कहीं भी कोई गड़बड़ी की सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल कार्रवाई की जाए।

मिलेगी ये खास सुविधा

खास बात ये है किसानों को यह सुविधा दी गई है कि वे जब भी उपज विक्रय के लिए लाना चाहे, तारीख तय कर सकते हैं। उपार्जन केंद्र चिन्हित करने का अधिकार भी किसानों को दिया गया है यानि  इस बार किसान अपनी पसंद और सुविधा के अनुसार उपार्जन केंद्र का चुनाव कर सकते है. किसानों को जिस भी खरीदी केंद्र पर अपनी धान बेचनी है वह वहां धान बेच सकते हैं।अभी तक किसानों को उसी केंद्र पर अपनी धान बेचने की अनुमति होती थी, जो उनके क्षेत्र में आते थे, लेकिन इस बार से किसान अपने हिसाब के उपार्जन केंद्र पर धान और बाजरा बेच सकते हैं।

ऐसे होगा भुगतान

किसानों को उनकी फसल की राशि का भुगतान आधार लिंक बैंक खाते में किया जाएगा। जब भी किसान उपज बेचने के लिए लाएगा उसका सत्यापन किया जाएगा। इसके लिए सभी केंद्रों पर पाइंट आफ सेल्स मशीनें उपलब्ध हैं, जिसमें अंगूठा लगाने पर किसान का पूरा ब्यौरा आ जाएगा। वही अब वृद्ध और असक्षम किसान की खरीदी नॉमिनी के माध्यम से भी की जा सकेगी, वहीं हर उपार्जन केंद्र पर बायोमेट्रिक डिवाइस अनिवार्य रूप से लगाया जाएगा, जहां ओटीपी या बायोमैट्रिक डिवाइस से ही किसानों का सत्यापन होगा।

न्यूज़ सोर्स : ipm