मैनपुरी, शहर के ज्योंति तिराहा के पास बुधवार की सुबह सात वर्षीय बालक की करंट की चपेट में आकर मौत हो गई। मौत से गुस्साए परिजन और आसपास के लोगों ने शव को सड़क पर रखकर आगरा व ज्योंति रोड पर जाम लगा दिया। इस बीच कुछ गाड़ियों पर पथराव भी किया गया। पुलिस और परिजन के बीच नोकझोंक हुई। सीओ के समझाने पर परिजन का गुस्सा शांत हुआ। करीब एक घंटे बाद परिजन ने शव उठने दिया।
थाना औंछा क्षेत्र के गांव पारी का नगरा निवासी सुनीता देवी पूड़ी बेलने का कार्य करती हैं। करीब एक माह से वह शहर के राजीव गांधी नगर में एक किराए के मकान में रह रहीं हैं। बुधवार की सुबह वह घर के पास ही एक कार्यक्रम में काम के लिए गईं थीं। उनका सात वर्षीय पुत्र पवन कुमार बहन राखी के साथ ज्योंति तिराहा केे पास एक दुकान से कुछ सामान लेने गया था। पवन ई-रिक्शा की दुकान में लगे टीनशेड को साधने के लिए लगे लोहे के एंगल में प्रवाहित करंट की चपेट में आ गया। बालक को करंट लगने की जानकारी होने के बाद लोगों ने बिजली कटवाने के बाद उसे उठाया, लेकिन तब तक पवन की मौत हो चुकी थी।जानकारी होने के बाद रोती बिलखती बच्चे की मां व अन्य परिजन आ गए। विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। लोग एकत्र हो गए और आक्रोशित होकर करीब पौने ग्यारह बजे आगरा रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया। ज्योंति रोड पर भी अवरोध डालकर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। सूचना मिलने के बाद कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव उठाने का प्रयास किया तो लोगों ने विरोध किया। करीब एक घंटा तक शव को नहीं उठने दिया। मौके पर पहुंचे सीओ सिटी संतोष सिंह के समझाने के बाद मृतक के परिजन व लोग शांत हुए। इसके बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। जाम खुलने के बाद मार्ग का आवागमन को सुचारू कराया गया।
वर्जन
एक बालक की करंट लगने से मौत के बाद आक्रोशित होकर लोगों ने जाम लगाया था। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है, तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
संतोष सिंह, सीओ सिटी।