रामगोपाल साहू वरिष्ठ पत्रकार 

ओबेदुल्लागंज (संवाददाता) पंजाबियों का मुख्य त्योहार उत्सव लोहड़ी 13 जनवरी सोमवार को नगर औबेदुल्लागंज में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया,, इसमें पंजाबी सिख समाज,,भावलपुरी समाज,, सिंधी समाज,,बंजारा समाज,,औड राजपूत समाज,,राय सिक्ख समाज ने  एकत्रित होकर सभी ने धूमधाम से मनाया,, वार्ड नं 10 में  संत संतोखसिंह जी भजनगढ़ गुरुद्वारा ओबैदुल्लागंज में कथाकार जगजीत सिंह (जीते भैया) ने बताया है कि यह त्यौहार पंजाब के निवासी दुल्ला भट्टी वाले नाम के नागरिक ने एक गरीब ब्राम्हण परिवार की दो बच्चियों को अपने गोद लेकर उनका विवाह करवा दिया था ,, दुल्ला के इस कार्य से ब्राम्हण परिवार और पूरे गांव के अंदर खुशियों की लहर दौड़ गई थी,, कथाकार ने बताया कि सुन्दरी ओर मुन्दरी नाम की दोनो बालिकाएं बहुत सुन्दर थी,, उस समय बहां के नबाब ने बडी बालिका सुन्दरी से खुद का विबाह करने का कह कर ब्राम्हण परिवार को बहुत यातनाये दी थीं,, इस कारण दुल्ला ने बच्ची को गोद लेकर उसका विबाह किया था,, तभी से सब समाजों ने अपने परिवार में नवजात बच्चे के आगमन पर ,घर में नई दुल्हन आने की  खुशी में,, अपने अपने घर लौहड़ी जला कर अपने -अपने घरों में यहं  त्यौहार मनाते आ रहैं है,, घर में लोहड़ी जलाई जाती है ओर यह त्यौहार प्राचीन समय से मनाते चलै आ रहै है,,लौहड़ी का त्योहार नगर के पंचायती गुरुद्वारा ओर उमरिया के गुरुद्वारा मे भी बडे धूमधाम से मनाया गया है ,, इस त्यौहार मै बच्चै, बच्चियां ,माता बहनैं पंजाबी नृत्य कर बडी खुशीआं मनाती हैं इस त्यौहार पर सब आपस मैं एक दूसरें को लौहड़ी की बधाईआं देते नजर आतै हैं l

न्यूज़ सोर्स : ipm