नगर के गुरुद्वारों में , गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व बड़े ही हर्षोल्लाह से मनाया गया
रामगोपाल साहू
औबेदुल्लागंज (संवाददाता) सिख संप्रदाय के गुरु नानक देव जी का 555 वां प्रकाश पर्व कार्तिक पूर्णिमा दिवस शुक्रवार को , वार्ड नंबर 10 अर्जुन नगर के गुरुद्वारा संत संतोख सिंह भजनगढ़ में बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया, प्रकाश पर्व के अवसर पर विगत 40 दिनों से कार्तिक स्नान चल रहे थे , जो कार्तिक पूर्णिमा दिवस पर संपन्न हुए , शुक्रवार को गुरुद्वारा में 11:00 बजे दीवान सजा , तत्पश्चात भजन कीर्तन एवं कथा संपन्न हुई ,, वरिष्ठ कथाकार जगजीत सिंह (जीते भैया) ने बताया कि गुरु नानक देव जी से बगदाद के पीर दस्तगीर ने तीन प्रश्न पूछे थे,, कि आप हमें बताएं कि रब से पहले कौन है ,, अगर रब है तो दिखता क्यों नहीं ,, और वह करता क्या है ,,, दस्तगीर पीर के प्रश्नों का जवाब देने के लिए गुरु नानक देव ने दस्तगीर से कहा आप अपने सिंहासन से नीचे उतरे,, पीर के उतरने के बाद गुरु नानक देव उस सिंहासन पर बैठ गए और समाधि लगा ली ,, उन्होंने आंख खोल कर दस्तगीर के तीनों प्रश्नों का उत्तर देते हुए बताया कि रब ही तो सबको नीचे से ऊपर बैठा देता है और ऊपर वाले को नीचे कर देता है ,, है तो लेकिन वह दिखता नहीं है , जैसे कि दूध में पानी हो तो वह दिखता नहीं है ,, गुरु नानक देव जी का जवाब सुनकर बगदाद के पीर दस्तगीर ने उनके आगे शीश झुका दिया था,,
कथा के पश्चात दोपहर 1:30 बजे गुरु घर के वजीर भगवान सिंह ने अरदास की एवं गुरु का लंगर अटूट बरता गया ,, ओर प्रसादी का वितरण किया गया ! प्रकाश पर्व कार्यक्रम में छोटे-छोटे बालक बालिकाओं सहित माता बहनें भी बड़ी संख्या में उपस्थित थी ,, वही
मुख्य रूप से सुरजीत सिंह बिल्लै, भूपेंद्र पप्पी ,गुरमीत सिंह , लखविंदर सिंह लक्खी , अमरजीत गिल , गंगाराम साहूजी, सुभाष गौर , छोटेलाल दशोरे , गुरपाल भोला ,पांडु , सुनील शेरिया , गुड्डू साहू , रणधीर, बम्बा, तजैंदर शासन आदि उपस्थित थे !