भोपाल । मप्र के कोषालय डिपो में अरबों रुपए के अप्रचलित स्टाम्प रखे हैं। अब इन स्टाम्प को नष्ट किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया इंदौर से शुरू होगी। इंदौर में लगभग 1200 करोड़ रुपए के अप्रचलित स्टाम्प के विनष्टीकरण की कार्रवाई की जा सकती है। वर्ष 2015 से ऑनलाइन रजिस्ट्री होने के कारण सभी स्टाम्प जिला कोषालय के स्ट्रांग रूम में रखे हैं। शासन द्वारा कोषालय अधिकारियों से अप्रचलित स्टाम्प का लेखा-जोखा मंगाया गया है। जिला कोषालय अधिकारी द्वारा स्ट्रांग रूम में रखे स्टाम्प की जानकारी कल भेज दी गई है, जिसमें 500 से लेकर 25 हजार रुपए तक के कुल 1103 करोड़ 89 लाख 68 हजार रुपए के स्टाम्प हैं।
जिला कोषालय अधिकारियों द्वारा शासन को जो जानकारी भेजी गई है, उसमें सबसे  ज्यादा 5 हजार और 10 हजार रुपए के ही 735 करोड़ 63 लाख  के स्टाम्प हंै। इसी तरह 2 हजार रुपए के 87 हजार 100, यानी 174 करोड़ 20 लाख के स्टाम्प हैं। इसी प्रकार 500 रुपए के 9 लाख 58 हजार 932, यानी 47 करोड़ 94 लाख 66 हजार एवं 1000 के  9 लाख 22 हजार 167  स्टाम्प, यानी 92 करोड़ 21 लाख 67 हजार के स्टाम्प हैं। वहीं 5 हजार के 7 लाख 58 हजार 775, यानी 979 करोड़ 38 लाख 75 हजार के स्टाम्प हैं। इसके अलावा दस-दस हजार के 3 लाख 56 हजार 247, यानी 356 करोड़ 24 लाख 70 हजार रुपए के स्टाम्प रखे हैं। इसी प्रकार 15  हजार के 33 हजार 825, यानी  50 करोड़ 73 लाख 75 हजार के स्टाम्प तथा 20 हजार के 87 हजार 102, यानी 174 करोड़ 20 लाख 40 हजार रुपए के स्टाम्प हैं। वहीं 25 हजार के 1263, यानी 3 करोड़ 15 लाख 75 हजार रुपए के स्टाम्प हैं।
पूरे प्रदेश के कोषालयों में अरबों के अप्रचलित स्टाम्प
सूत्रों के अनुसार पूरे मध्यप्रदेश के कोषालय डिपो में अरबों रुपए के अप्रचलित स्टाम्प रखे हैं। इनमें प्रमुख रूप से ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, उज्जैन और भोपाल सहित चार और शहरों के कोषालय डिपो हैं। इन डिपो में भी 500,1000, 2000, 5000, 10000, 20000 से लेकर 25000 रुपए तक के अरबों रुपए के अप्रचलित स्टाम्प रखे हैं। वर्ष 2015 में ऑनलाइन रजिस्ट्री शुरू हो गई और तब से इन स्टाम्प की खपत बंद हो गई है।