भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आज मेरा मन आनंद और प्रसन्नता से भरा है। भगवान बिरसामुण्डा के बलिदान दिवस पर कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार का संकल्प और सपना पूरा हो रहा है। कोल समाज के गौरव और सम्मान के प्रतीक कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार से इसका गौरव पुन: स्थापित होगा। साथ ही त्योंथर का गौरव भी पुन: लौटेगा। उन्होंने कहा कि गत दिनों सतना के कार्यक्रम में कोल समाज के लोगों ने कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार के लिए यह बात ध्यान में लाई गई। तभी इसके जीर्णोद्धार एवं संरक्षण की घोषणा की गई थी। आज यह सपना पूरा होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार के साथ इसके किनारे बहने वाली टमस नदी पर घाट एवं लॉन का निर्माण भी कराया जाएगा। कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार के साथ यहाँ कोल समाज के इतिहास और गौरव को भी प्रदर्शित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने वैदिक रीति और विधि-विधान के साथ पूजन-अर्चन कर त्योंथर में कोलगढ़ी के संरक्षण एवं जीर्णोद्धार कार्य का भूमि-पूजन किया। जनजातीय कोल राजाओं द्वारा निर्मित प्राचीनतम कोल राजाओं के शान की प्रतीक कोलगढ़ी का 324 लाख 70 हजार रूपए से राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा जीर्णोद्धार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने त्योंथर सूक्ष्म सिंचाई परियोजना का शिलान्यास भी किया।

मुख्यमंत्री चौहान कोलगढ़ी पहुँचने पर कोल समाज ने परंपरागत नृत्य कोलदहका के साथ गुदुम की धुन पर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुण्डा एवं माता शबरी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और कोलगढ़ी परिसर का अवलोकन भी किया।

सांसद जनार्दन मिश्र, जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल, विधायक त्योंथर श्यामलाल द्विवेदी, विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल सहित जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में कोल समाज के लोग उपस्थित रहे।