पुस्तके दर्पण हैं जीवन की, जो कभी जीवन को टूटने नहीं देतीं
1 फरवरी से शुरू हो गया है, जो 9 फरवरी तक चलेगा. World book Fair 2025 : किताबों से प्रेम करने वालों के लिए 'विश्व पुस्तक मेला' किसी उत्सव से कम नहीं है. इसमें पाठकों को अपनी मन पसंद किताबें और लेखकों से मिलने और सुनने का भी मौका मिलता है.राष्ट्रपति मुर्मु ने पुस्तक मेला की महत्ता को रेखांकित करते हुए इसे भारत की सांस्कृतिक विविधता, एकता और प्रभावशाली प्रगति की उत्कृष्ट अभिव्यक्ति बताया. उन्होंने कहा कि विश्व पुस्तक मेला पाठकों को दुनिया भर के साहित्य से परिचित कराता है. इस मेला में भारत की अलग-अलग भाषाओं और अन्य देशों की भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले कई स्टॉल हैं जो एक ही जगह पर वैश्विक साहित्य का अनुभव प्रदान करते हैं. राष्ट्रपति ने इस साल के मेले के थीम "गणतंत्र भारत के 75 वर्ष" को देश की प्रगति की याद दिलाने वाला और आगे बढ़ने के लिए प्रेरक बताया.