डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि जन्माष्टमी तथा चेहल्लुम के कार्यक्रम जिन स्थानों पर एक साथ आयोजित हों, वहां अलग से योजनाबद्ध तैयारी की जाए। दोनों के आयोजकों से स्थानीय मजिस्ट्रेट के साथ वार्ता की जाए। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्वयं पुलिस प्रबंध कराए जाएं।

शोभायात्रा जुलूसों में सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस प्रबंध करें और वीडियोग्राफी कराई जाए। महत्वपूर्ण संवेदनशील स्थलों पर ड्रोन कैमरों से भी चेकिंग करायी जाये। डीजीपी शुक्रवार को जन्माष्टमी समेत आगामी त्योहारों के दृष्टिगत एडीजी यातायात, रेलवे, जोन, आईजी रेंज और जिलों के पुलिस कप्तानों को दिशा-निर्देश दे रहे थे।

उन्होंने कहा कि त्योहारों पर किसी नई परंपरा की अनुमति नहीं दी जाए। असामाजिक, अवांछनीय तत्वों की सूचियों को अपडेट करके निरोधात्मक कार्यवाही की जाए। जन्माष्टमी से संबधित समस्त आयोजन, लीला स्थल, पंडाल, मंदिर एवं जुलूसों को सूचीबद्ध कर पुलिस की तैनाती करें। जन्माष्टमी में जिन स्थानों पर बीते वर्षों में विवाद हुआ हो, वहां उसे सुलझाने तथा संवेदनशीलता को दूर करने की कार्यवाही करें।

प्रत्येक छोटी से छोटी घटना को गंभीरता से लेकर प्रभावी उपाय किए जाएं। भीड़ प्रबंधन एवं भीड़ नियंत्रण के लिए पहले से प्लानिंग एवं तकनीक का प्रयोग कर इंतजाम किए जाएं। सोशल मीडिया की राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग करें। भ्रामक एवं आपत्तिजनक पोस्ट का तत्काल खंडन किया जाए।