मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के घर इन दिनों बेटों के विवाह का आनंद उत्सव चल रहा है। शिवराज सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन में समुदाय के साथ अपने रिश्तो की डोर को संभाला ही  अपने पारिवारिक जीवन में भी भारतीय संस्कृति एवं संस्करों को एक नये रूप में प्रदर्शित कर समाज को नई दिशा दी है। 
शिवराज सिंह का पूरा राजनीति जीवन महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजनाओं के इर्द-गिर्द घूमता है, वे सामुदायिक विकास के लिए सामाजिक रूढ़ियों को भी तोड़ते नजर आते हैं। वर्तमान में बेटों के विवाह में शिवराज ने समाज को समरसता का संदेश दिया है। वैसे वे समरसता की शुरूआत अपने विवाह से ही कर चुके हैं लेकिन दोनों बेटों के विवाह गैर-समाज बिरादरी में कर के एक नया संदेश दिया है। 
इधर जनता में खुशी इस बात की है कि शिवराज जो कहते हैं वे करते हैं ,और सबसे बड़ी बात यह की इसकी शुरूआत वे स्वयं से करते हैं। बेटों के विवाह में उन सभी परंपराओं को संजोकर रखा जो एक अच्छे माॅ-बाप को करना चाहिए। इस कार्य में पत्नी साधना सिंह का भी अहम योगदान रहा है,साधना सिंह ने एक वीडियो के माध्यम से बताया है कि उन्होने कैसे बेटों को संस्कार दिया एवं उनका पालन पोषण किया।
कुल मिलाकर इतने बड़े हाइटेक विवाह इवेंट में जो सदगी एवं सनातन हिन्दू परंपरा को नए रूप में पेश किया गया, शिवराज सिंह
चौहान को सबसे अलग करता है। उम्मीद है समुदाय भी ऐसे विवाहों की झलक को अंगीकार तो करेगा ही स्वीकार भी कर समरसता की दिशा में भारत को एक करने आगे बढ़ेगा। 

9 लोग, henna और विवाह की फ़ोटो हो सकती है
 

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