सिवनी जिले का एक ग्राम जिसने बाघों के लिए छोड़ दिया अपना ग्राम

पेंच नेशनल पार्क के बफर जोन से लगे वन ग्राम करमाझिरी गांव में 450 एकड़ जमीन पर अब जंगल के जानवरों का ठिकाना होगा। एक हजार की आबादी वाले गाॅव के नागरिकों ने पशु संरक्षण की दिशा में एक सराहनी कदम उठाया है। ग्राम के लोगों ने विगत दिवस सामूहिक चौपाल लगाकर फैसला किया कि क्यों ने इस ग्राम को जगल के जानवरों को सौप दिया जाए। इस फैसले के बाद अब यहां के नागरिक दूसरे ग्राम में अपना ठिाकाना बनायेंगे।
नागरिकों के अनुसार इसकी सूचना वन विभाग एवं सरकार को दे दी गई है। बता दें कि जुलाई 2022 में मध्य प्रदेश सरकार ने पेंच नेशनल पार्क से सटे वन ग्राम करमाझिरी को वन अभ्यारण्य घोषित किया था । जंगली जानवरों के लिए अपना घर और जमीन छोड़कर जाने वाले ग्रामीणों को पास के गांव जोगीवाड़ा में शिफ्ट किया जाएगा । इसके लिए एक परिवार को 15 लाख रुपए का मुआवजा और जीवन यापन करने के लिए करीब 5 एकड़ खेती करने के लिए जमीन दी जाएगी ।जिससे कि ग्रामीण अपनी आगे की जिंदगी आराम से व्यतीत कर सकें ।
करमाझिरी पेंच पार्क मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में स्थित एक प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य है। यह पार्क पेंच टाइगर रिजर्व का एक हिस्सा है और यह अपने सुंदर वनस्पतियों और जीव-जन्तुओं के लिए जाना जाता है।
करमाझिरी पेंच पार्क की मुख्य विशेषताएं हैं:
- विविध वनस्पति: पार्क में विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे और वनस्पतियाँ हैं, जिनमें साल, सागौन, और बांस शामिल हैं।
- वन्यजीव: पार्क में बाघ, तेंदुआ, जंगली कुत्ते, हिरण, और कई प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं।
- जल संसाधन: पार्क में कई नदियाँ और झील हैं, जो वन्यजीवों के लिए जल संसाधन प्रदान करते हैं।
- पर्यटन: पार्क में पर्यटन की सुविधाएं हैं, जिनमें वन्यजीव देखना, ट्रेकिंग, और कैम्पिंग शामिल हैं।
करमाझिरी पेंच पार्क के आसपास के क्षेत्र में कई गाँव हैं, जो पार्क के संरक्षण और प्रबंधन में मदद करते हैं।
पार्क के कुछ प्रमुख आकर्षण हैं:
- बाघ देखना
- वन्यजीव फोटोग्राफी
- ट्रेकिंग और कैम्पिंग
- पेंच नदी के किनारे पिकनिक
- स्थानीय गाँवों का दौरा