इंदौर। सोशल इंजीनियरिंग (सामाजिक अभियांत्रिकी) के कार्य वर्ष भर चलाने के संकल्प के साथ रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क विभाग की इंदौर में चल रही चार दिवसीय बैठक का समापन हुआ।

सोशल इंजीनियरिंग के तहत मानव व्यवहार और सामाजिक पैटर्न का अध्ययन कर लोगों को विशिष्ट कार्यों के लिए प्रेरित किया जाता है। बैठक में तय किया गया कि डॉक्टर, इंजीनियर सहित विभिन्न क्षेत्रों के प्रोफेशनलों को जोड़कर उन्हें सेवा कार्यों के लिए प्रेरित किया जाएगा।

वर्षभर की कार्ययोजना पर गहन मनन के बाद अब इसे साकार रूप देने की जिम्मेदारी देशभर से आए करीब 180 संपर्क और सहसंपर्क प्रमुखों को प्रदान की गई। इसे क्रमबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया जाएगा।

महिला वर्ग और परिवारों से जुड़ने का लक्ष्य

इसके साथ ही संघ के शताब्दी वर्ष में होने वाले कार्यों, देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती उत्सव के आयोजन, महिला संगठन के माध्यम से महिला वर्ग और परिवार में पैठ बनाने आदि के लक्ष्य भी निर्धारित किए गए। इस बार बैठक में महिलाओं की संख्या 25 प्रतिशत से अधिक रही।

 बैठक में पिछले वर्ष हुए कार्य की रूपरेखा के आधार पर आगामी कार्ययोजना बनाई गई। इसमें आनुषांगिक संगठनों द्वारा किए जा रहे कार्यों के फीडबैक को भी रखा गया। अंतिम दिन संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल और राष्ट्रीय संपर्क प्रमुख रामलाल का भी संबोधन हुआ।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार विभाग की दो दिवसीय अखिल भारतीय बैठक रविवार को भोपाल में एक निजी विश्वविद्यालय में संपन्न हुई। बैठक में संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार और अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने प्रचार प्रमुखों से कहा कि संघ की सकारात्मक गतिविधियों को मीडिया के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं।

वर्ष में कम से कम दो बार मीडिया से संपर्क अवश्य करें। इस अवसर पर बीते एक वर्ष के कामकाज की समीक्षा की गई। साथ ही आगामी वर्ष के कामकाज की रूपरेखा भी निर्धारित की गई। बैठक में इस बात पर भी विस्तृत चर्चा हुई कि कौन-कौन से प्रमुख विषय हैं जिन्हें प्रचारित करने की आवश्यकता है।

न्यूज़ सोर्स : ipm