रतलाम। चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जहां बीजेपी ने जीत दर्ज की है, वहीं कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना में जीत हासिल की। मप्र में 163 सीटों पर बीजपी 66 सीटों पर कांग्रेस और 1 सीट पर भारत आदिवसी पार्टी के उम्मीदवार कमलेश्वर डोडियार ने बीजपी-कांग्रेस के उम्मीदवारों को पीछे छोड़ते हुए रतलाम की सैलाना विधानसभा से जीत दर्ज की है।

मप्र में पहली बार जीती भारत आदिवासी पार्टी

बता दें कि राज्य में यह पहली बार है जब भारत आदिवासी पार्टी ने अपना खाता खोला है। जहां सपा, बसपा और आप जैसी पार्टियां एक भी सीट नहीं जीत सकी वहां नई भारत आदिवासी पार्टी ने प्रदेश की सियासत में एट्रीं की है।

भारत आदिवासी पार्टी के कमलेश्वर डोडियार ने सैलाना निर्वाचन क्षेत्र में निकटतम प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार हर्ष विजय गहलोत को 4618 मतों के अंतर से हरा दिया है।

कमलेश्वर डोडियार की पारिवारिक पृष्ठभूमि

बता दें कि कमलेश्वर डोडियार का जन्म एक मजदूर परिवार में हुआ और वह मजदूरी के बीच पले-बढ़े. कमलेश्वर अपने 6 भाई और 3 बहनों में सबसे छोटे हैं। पढ़ाई में रुचि होने के कारण उन्होंने ग्रेजुएशन किया, लेकिन इसके बाद वह कोटा चले गए थे। जहां उन्होंने मकान के निर्माण कार्य में मजदूरी का काम किया. बचपन से लेकर अब तक उन्होंने गरीबी को नजदीक से देखा और जाना है।

सैलाना में हुआ था सबसे अधिक मतदान

कमलेश्वर डोडियार जो सैलाना से जीते वे एक आम आदमी है, वो खुद एक झोपड़ी में रहते हैं। बताया जाता है कि कमलेश्वर डोडियार के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वे चुनाव लड़ सकें। जिसके बाद उन्होंने 12 लाख का कर्ज लिया और चुनाव लड़ा। बता दें कि मध्य प्रदेश के अंदर सैलाना सीट पर प्रदेश का सबसे अधिक मतदान हुआ था। यहां पर 90.08 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।

राजस्थान में जीती 3 सीटें

तीन महीने पहले राजस्थान में बनी पार्टी ने आम आदमी पार्टी को भी छोड़ते हुए इस चुनाव में राजस्थान और मप्र में बेहतर प्रदर्शन किया है।बता दें कि आप ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में 200 से अधिक प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। हालांकि पार्टी का खाता नहीं खुला। AAP के अधिकांश उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। भारतीय आदिवासी पार्टी ने चुनाव लड़कर अपनी प्रभाव दिखा दिया। BAP को राजस्थान में 3 और मध्यप्रदेश में 1 सीट पर जीत मिली।

आदिवासियों ने किया था इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का विरोध

दरअसल, पिछले साल अगस्त में रतलाम जिले के आदिवासी संगठनों और जयस ने औद्योगिक निवेश क्षेत्र के विरोध में बड़ा प्रदर्शन किया था। यहां पर राज्य सरकाने रतलाम इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की घोषणा की थी। तभी से आदिवासी समुदाय इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे थे।

आदिवासी संगठन के नेताओं का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्र पशुओं के चारागाह की जमीन पर बनने जा रहा है। माना जा रहा है कि इसी वजह से सैलाना सीट से आदिवासियों ने एकजुट होकर कमलेश्वर डोडियार को पहली पंसद माना और उन्हें चुनाव जिताया।

न्यूज़ सोर्स : bansal news