औबेदुल्लागंज। मध्य प्रदेश राज्य के रायसेन ज़िले के औबेदुल्लगंज विकासखण्ड  में स्थित रातापानी टायगर रिजर्व का नाम बदले जाने से क्षेत्र के नागरिकों में रोष है। नागरिकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपना विरोध दर्ज करते हुए इस फैसले को वापस लेने की मांग की है। भोजपुर क्षेत्र के नागरिकों का कहना है कि क्षेत्र के रहवासी कई सालों से औबेदुल्लागंज का नाम बदलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इसको लेकर कोई फैसला नहीं लिया जा रहा है वहीं क्षेत्र के इतने पूराने ऐतिहासिक स्थल का नाम बदलने की घोषणा की गई है जो निंदनीय हैं। क्षेत्र के नागरिक बताते है कि रातापानी नाम के पीछे एक रहस्य छुपा हुआ है,जो वन्य जीवों एवं वनस्पतियों विस्तृत विविधता को प्रदर्शित करता है। 
गौरतलब है कि विगत दिनों मुख्यमंत्री डाॅ मोहन यादव ने रातापानी को आधिकारिक तौर पर देश का आठवा टाइगर रिर्जव घोषित किया था। इसके बाद ही रातापानी का नाम  जाने-माने पुरातत्वविद् रहे उज्जैन निवासी डॉ, विष्णु वाकणकर के नाम से किये जाने की भी खबरें आ रहीं हैं ,इसके बाद से क्षेत्र के नागरिक इस फैसले की निंदा कर रहे हैं।

न्यूज़ सोर्स : Yogendra Patel