विकसति भारत की परिकल्पना में किसानों एवं कारीगरों का बाजार तक पहुंच बनाना जरूरी डाॅ साने
रायपुर। देश के समावेशी विकास एवं विकसित भारत के निर्माण में किसानों एवं कारीगरी की अहम भूमिका है,किन्तु बाजार तक उचित पहुंच नहीं होने से किसान के उत्पाद का सही दाम नहीं मिल पा रहा है न ही उनकी बाजार तक सीधी पहुंच हो पा रही है। इसी बात को ध्यान में रख “श्री विश्व समर्थ विलेज फाउंडेशन” एक नवाचारी प्रयास कर रहा है,हमारे इस प्रयास में किसान एवं निर्माणकर्ता -कारीगर जुड़कर बाजार तक पहुंच बनाने में अपनी सहभागिता तय कर सकते हैं ।।
यह बात विगत दिवस छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर में श्री एस पी साहू गौशाला में कृषि नायकों के एक दिवसीय सम्मेलन में सम्मेलन के प्रमुख वक्ता एवं फाउंडेशन के मुख्य व्यवस्थापक डाॅ अविनाश साने, पुणे ने कही। श्री साने ने बताया कि हमारा उद्देश्य किसानों-करीगरों से सीधा माॅल रखवाकर ई-कामर्स माध्यम से उपभोक्त को शुद्ध वस्तु उपलब्ध करवाना है,हम चाहते हैं कि किसान अपने उत्पाद का खुद दाम तय कर बाजार तक पहुंच बनाये।
सम्मेलन में श्री विश्व समर्थ विलेज फॉऊंडेशन की राष्ट्रीय समन्वयिका- सुश्री गिन्नी जैन ने किसानों को बताया कि मुंबई में 9 से 13 अप्रेल को “किसान समृद्धि अभियान “अंतर्गत भारतीय कृषि एवं कारीगर आधारित हुनर प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है, इस प्रदर्शनी में फार्म प्रोड्यूसर कंपनी,कृषि आधारित व्यापारी,लघु उद्यमी,महिला उद्यमी,पशुधन आधारित उद्यमी,कारीगर एवं आजीविका समूहों को आमंत्रित किया जा रहा है।
छ. ग. के इस सम्मेलन में भारी संख्या मे किसान एवं कारीगरों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और कृषी उत्पादन कंपनी के निर्माण तथा एकजुटता से काम करने का निर्णय लिया ।
उपस्थित किसान बंधु, आयोजक श्री एस पी साहू और सभी प्रतिष्ठीत मान्यवरों को धन्यवाद तथा आभार प्रगट करते हुए बहुत ही सकारात्मक तथा उर्जामय वातावरण में सभा समाप्त हुई।