प्रतिदिन 15 हज़ार किलो गोबर एकत्रित कर रही यह संस्था, अब पशु एंबुलेंस से जगाई नई आस
समस्त महाजन संस्था अपनी धरातल से गौ सेवा, तालाब बनवाना,पशुओं के लिए एंबुलेंस सेवा, पौधारोपण, २७०० जीवों का पालन पोषण, प्रतिदिन १५ हज़ार किलो का गोबर एकत्रित कर आसपास के किसानों को प्रति एकड़ एक ट्रॉली गोबर बिना क़ीमत दे रही है।
गुजरात में ऐसी पुण्यशील काम करने वाली संस्था ने अपनी नयी पशु एंबुलेंस का उद्घाटन मेरे द्वारा करवा कर अपने मंच से "पंचतत्त्व संस्था" के कार्य की सराहना करते हुए मुझे "पर्यावरण रत्न" पुरस्कार दिया। इस पुरस्कार का श्रेय उन २५ लाख पौधे लगाने वाले हाथों को जाता है जिसके पुरुषार्थ से हमारे कार्य आज पूरे भारत में विस्तार पा गये हैं।उत्तर प्रदेश के एक छोटे से क़स्बे दातागंज से निकली पर्यावरण के जागरण की एक सोच गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में "पर्यावरण रत्न" तक जाएगी ये मैंने भी नहीं सोचा था।माँ नर्मदा की कृपा से ये सब संभव हुआ है।