अंतिम सासों को मोक्ष देते राधेश्याम
हर इंसान अपने जीवन में कोई न कोई छाप छोड जाता है, कोई अपने अच्छे कर्मों की तो कोई बूरे कर्मों की। लेकिन भोपाल के वरिष्ठ समाजसेवी राधेश्याम अग्रवाल अपने अच्छे कार्य के लिए एक अलग पहचान छोड़ रहे हैं। देह को मोक्ष की बात हो या फिर जीवन को बचाने वाले पौधों के संरक्षण की हमेशा तत्पर रहते हैं। समाज सेवा की यह मिशाल कम लोगों में ही देखी जाती है। राधेश्याम जी अब तक कई देह को शांति प्रदान कर चुके हैं, जिसका कोई नहीं राधेश्याम उनके हैं। यह पून्य कार्य के चलते वे समाज में सम्मान के एवं मानवता के संरक्षक के रूप में पहचाने जाने लगे हैं। भोपाल में उनकी यह कोशिस रहती है कि कोई भूखा न रहे। मतलब देखा जाए तो "जीवन से लेकर मृत्यु तक" के कंप्लिट पैकेज राधेश्याम जी के पास है। इस तरह के कार्य की प्रेरणा युवाओं को लेना चाहिए एवं अपने-अपने क्षेत्र में मानव सेवा के लिए आगे आना चाहिए।