नक्सलियों का समाप्त करने में कमजोर है कांग्रेस की नीति
जबलपुर । मध्यप्रदेश में नक्सली मर रहे हैं, जबकि पड़ौसी राज्य में नक्सली मार रहे हैं। जनता दोनों सरकारों के बीच अंतर देख सकती है। पड़ौसी राज्य की सरकार अपनी नाकामी छुपाने केंद्र पर दोष मढ़ रही हैं। यह कहना रहा प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा का। वे नगर प्रवास के दौरान पत्रकाराें से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले चुनाव के बाद कांग्रेस राजस्थान और छत्तीसगढ़ से भी साफ हो जाएगी।
केबिनेट मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नक्सली समस्या के मुद्दे पर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य की तुलना करते हुए कहा कि यहां नक्सली मर रहे हैं वहां मार रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां बड़े-बड़े ईनामी नक्सलियों को भी नहीं छोड़ा जा रहा। नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने उस बयान को भी आड़े हाथोंं लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार मदरसों के साथ ही भाजपा कार्यालयों पर भी नजर रखे। इस पर उन्होंने कहा कि केके मिश्रा भाजपा कार्यालयों पर खूब नजर रखें। दृष्टि और दृष्टिकाेंण में अंतर होता है। गलत दृष्टिकोंण के चलते ही कांग्रेस रसातल में समाती जा रही है। जहां जहां वकिल्प के रूप में राजनीतिक दल उभरे वहां-वहां कांग्रेस रसातल में समा गई। यूपी, महाराष्ट्र, बंगाल, गुजरात और पंजाब इसके उदाहरण हैं। नरोत्तम मिश्रा यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि जिस दिन तक चुनाव नहीं हुए उस दिन तक राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस है। चुनाव के बाद कांग्रेस को सभी ढूंढ़ते रह जाएंगे।