अपनी दो दिवसीय यात्रा पर पेरिस पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस बैस्टील डे की परेड में शामिल हुए. इस मौके पर भारतीय सेना के तीनों बलों की टुकड़ियां भी परेड में शामिल हुईं. फ्रांसीसी राष्ट्रपति माक्रों ने भारत को दुनिया के इतिहास का विराट देश बताकर तारीफ की. इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने 1.4 अरब भारतीयों की ओर से माक्रों को धन्यवाद दिया.

इससे पहले मोदी को फ्रांस के सबसे बड़े सम्मान द ऑनर ऑफ द लीजन से सम्मानित किया गया. शुक्रवार शाम माक्रों फ्रांस के राष्ट्रपति भवन एलिजे पैलेस में मोदी की मेजबानी करेंगे. जिसके बाद लूव्र म्यूजियम में मोदी के लिए राजकीय भोज का आयोजन किया जाएगा. फ्रांस और भारत के बीच कई समझौते होने हैं, जिनमें 26 रफाल मरीन जेट विमान और 3 स्कॉर्पियन क्लास डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की खरीद सबसे अहम है.

सामरिक समझौते के 25 साल

पेरिस दौरे के मौके पर भारतीय प्रधानमंत्री ने एक इंटरव्यू में कहा है कि भारत और फ्रांस दोनों ही सामरिक स्वायत्तता के पक्षधर हैं. "इसीलिए फ्रांस पहला पश्चिमी देश है जिसके साथ हमने सामरिक समझैता किया." इस समझौते को इस बीच 25 साल हो गए हैं. फ्रांस सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के भारत के दावे का समर्थन करता है.

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल की बैस्टील डे परेड में मुख्य अतिथि हैं. फ्रांस में इस राष्ट्रीय दिवस की परेड के मौके पर 1 लाख 30 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. इन सुरक्षा बलों में नागरिक पुलिस भी शामिल है. जबकि रात में 45 हजार ऐसे बलों को तैनाती की गई है, जिन्हें शहरी हिंसा से निपटने की विशेष ट्रेनिंग मिली हुई है.

फ्रांस में कुछ ही दिनों पहले भारी हिंसा हो रही थी. स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंसा से बचने के लिए पिछले दो हफ्तों में 1.5 लाख से ज्यादा पटाखों की जब्ती भी की गई है. फ्रांस की राजधानी में बैस्टील डे की शाम को एफिल टावर के पास आतिशबाजी का आयोजन भी होता है. जिसमें स्थानीय लोग और टूरिस्ट बड़ी संख्या में भाग लेते हैं. इस साल हिंसा को देखते हुए, इस पर सख्ती की गई है.

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