केंद्र सरकार की पीएम अवास योजना के तहत सरकार गरीब लोगों के घर बनाने का बड़े बड़े आंकड़े जारी करती है। वहीं एमपी में एक गांव ऐसा है जहां अवास योजना के लिए ग्रामीण दर दर भटक रहे हैं। इसकी पोल प्रदेश सरकार के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल के सामने ही खुल गई।  भिंड जिले के लहार क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना की कमियों का खुलासा तब हुआ जब मंत्री ने ग्रामीणों से पूछा कि कितनों को आवास मिले हैं? इसपर एक भी ग्रामीण ने हाथ नहीं उठाया।

एक भी हाथ नहीं उठने मंत्री हैरान

गांव में लगभग 400 परिवार हैं। जिसमें से केवल 30 को ही बमुश्किल आवास मिले हैं। मंत्री पटेल की सभा लगभग 300 परिवारों के लोग आए थे। इसी दौरान मंत्री पटेल ने कहा कि किन किन लोगों को आवास मिले हैं। इसपर एक भी व्यक्ति ने हाथ नहीं उठाया जिसके बाद मंत्रीजी के चेहरे की हवाईंयां उड़ गईं। इसके बाद मंत्री प्रहलाद पटेल ने इस पर गहरा दुख और अफसोस जताते हुए कहा कि सबसे दुखद यह है कि इस गांव में एक भी प्रधानमंत्री आवास नहीं बना। मंत्री पटेल ने मौके से ही कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को निर्देश दिए कि इस विसंगति की जांच कराएं।

बारिश में भी ढहे कई मकान

भिंड जिले में भारी बारिश और बाढ़ से सौ से अधिक कच्चे मकान ढह गए, लहार क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। दर्जनों लोग घायल हुए, कुछ की मौत हो गई और कई पालतू जानवर भी मारे गए। प्रभारी मंत्री प्रहलाद पटेल ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कलेक्टर को आवास वितरण मामले की जांच के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने बताया कि 400 परिवारों में से केवल 30 को ही आवास मिले।

प्रभारी मंत्री प्रहलाद पटेल ने बाढ़ प्रभावित मेहगांव के कछपुरा और गोहद विधानसभा के मौ कस्बे का निरीक्षण किया। उन्होंने सड़कों, मकानों और स्कूल भवनों की मरम्मत के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने जलभराव की समस्या बताई, जिस पर मंत्री ने गांव से बाहर शिफ्ट करने का प्रस्ताव रखा। इसके बाद मंत्री ने दंदरौआ हनुमान मंदिर पर दर्शन किए।

न्यूज़ सोर्स : agency