बचपन में बदमाशी , पारिवारिक कठिनाई और मानसिक विकारों पर नियंत्रण  न हाने के कारण  वयस्कता में खराब स्वास्थ्य, धन और सामाजिक संबंधों के परिणामों का खतरा बढ़ गया  है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट बताती है कि 18 वर्ष से कम उम्र वाले किशोर और 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के प्रति इंदौर में सबसे ज्यादा आपराधिक घटनाएं हुई हैं। वहीं प्रदेश के चारों बड़े शहरों इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में से राजधानी भोपाल के किशोरों में सबसे ज्यादा आपराधिक प्रवृत्ति बढ़ी है। 

18 वर्ष से कम उम्र वाले ऐसे बाल अपचारी

जिन्होंने हत्या, जानलेवा हमला और छेड़छाड़ जैसे गंभीर अपराध किए, उनकी संख्या भोपाल में सबसे ज्यादा है। बच्चों के प्रति बढ़ रहे अपराध और बच्चों में बढ़ रही आपराधिक प्रवृत्ति को उजागर कर रहे यह आंकड़े डराते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में 18 वर्ष से कम उम्र के किशोर व बच्चों के साथ इंदौर में 786 आपराधिक घटनाएं हुई। वहीं भोपाल में 758, ग्वालियर में 432 और जबलपुर में 592 घटनाएं हुई हैं।

 

 

न्यूज़ सोर्स : ipm