*श्रीमती वीरा राणा (1985) प्रदेश की दूसरी महिला मुख्य सचिव बनी। वर्तमान मुख्यसचिव इकबाल सिंह बेस का एक्सटेंशन समाप्त होने के बाद वीरा राणा की नियुक्ति की गई।*1988 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी वीरा राणा के पास माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल तथा कृषि उत्पादन आयुक्त मध्य प्रदेश (अतिरिक्त प्रभार) प्रभार है। सामान्य प्रशासन के आदेश के अनुसार उनको अपने वर्तमान कर्तव्यों के साथ मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। राणा बैंस के बाद मध्य प्रदेश में पदस्थ सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं। वह 2024 में सेवानिवृत्त होगी। इससे पहले प्रदेश के आईएएस अधिकारी अजय तिर्की, संजय बंदोपाध्याय और अनुराग जैन का नाम भी मुख्य सचिव की रेस में था, लेकिन यह अधिकारी केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर है। इसमें अजय तिर्की दिसंबर 2023, संजय बंदोपाध्याय अगस्त 2024 और अनुराग जैन अगस्त 2025 में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वहीं, सीएस के दावेदारों में मो.सुलेमान, आशीष उपाध्याय, विनोद कुमार, राजीव रजन, राजेश राजौरा, एसएन मिश्रा और मलय श्रीवास्तव का नाम भी चल रहा था।
वीरा राणा भारतीय प्रशासनिक सेवा 1988 बैच की महिला अधिकारी है. राणा का जन्म 26 मार्च 1964 को उत्तर प्रदेश में हुआ था. बैचलर ऑफ़ आर्ट्स और एमबीए की डिग्री राणा के पास है. राणा को मध्य प्रदेश के कठोर अनुशासन प्रिय प्रशासनिक अधिकारियों में गिना जाता है. राणा मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष, मध्य प्रदेश राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी, खेल और युवा कल्याण विभाग की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, प्रशासन अकादमी में महानिदेशक, कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग कार्मिक जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं. विदिशा व जबलपुर जिलों की कलेक्टर रह चुकी हैं.
वीरा राणा का राज्यपाल आनंदीबेन से विवाद
11 जुलाई 2018 को भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरिष्ठ महिला अधिकारी श्रीमती वीरा राणा को मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया था. दिनांक 2 अगस्त 2018 से श्रीमती वीरा राणा ने अचानक अपने कर्तव्य पर उपस्थित होना बंद कर दिया था. सूत्रों के मुताबिक, वीरा राणा और राज्यपाल आनंदी पटेल के बीच में काफी गहरे मतभेद हो गए हैं.​​​​​​​ 

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न्यूज़ सोर्स : ipm