कांग्रेस के त्रिनेत्रों की मतगणना पर नजर
कल दूसरे अन्य राज्यों के चुनाव समाप्त होने के बाद मप्र में राजनीतिक पारा बढ़ने वाला है। मीडिया के माध्यम से जहां एक्जिट पोल का प्रसारण किया जा सकेगा वहीं राजनीतिक दल भी मतगणना को लेकर मुस्तैद हो जाएंगे। कांगेस ने मतगणना को लेकर कोई लापरवाही न हो इस लिए नई रणनीति बनाई है। भोपाल कांग्रेस कार्यलय में माॅनिटरिंग रूम बनाया गया है जहां से कांग्रेस के तीन दिग्गज नेता इस मतगणना की पल-पल की खबर जिलों से लेंगे।
इसके अलावा कमलनाथ के बंगले में भी कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। छिंदवाड़ा में भी एक टीम मतगणना पर नजर रखेगी। भोपाल में पूर्व सीएम और वर्तमान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और कानूनी मामलों के जानकार राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा बैठेंगे। तीनों ही नेता 3 दिसंबर को सुबह से ही प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के कंट्रोल रूम में मौजूद रहेंगे।
पूरे प्रदेशभर के नेताओं को दिशा निर्देश जारी करेंगे। इतना ही नहीं, किसी भी कानूनी प्रक्रिया को लेकर विवाद न उत्पन्न हो, इसके लिए खुद विवेक तन्खा अपने साथ दर्जनभर से अधिक वकीलों को साथ रखेंगे। ये सभी अधिवक्ताओं की पूरी टीम के साथ कंट्रोल रूम में रहेगी। जहां कहीं गड़बड़ी नजर आई या किसी जिले से शिकायत आई तो वकीलों की टीम नेताओं को कानूनी सलाह देगी।
प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में 17 नवंबर को मतदान हुआ है। ईवीएम मशीन से लेकर डाक मत पत्रों की पेटियां स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखी गई है। साथ ही सुरक्षा के बेहतर इंतजाम भी किए गए हैं। इसके बावजूद कांग्रेस लगातार सुरक्षा पर सवाल खडे़ कर रही है। इतना ही नहीं, पार्टी के नेताओं ने और उम्मीदवारों ने अपने स्तर पर स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के इंतजाम की है।
अंतिम सांसें गिनती शिवराज सरकार और सरकार की अंधभक्ति में लीन कलेक्टर लोकतंत्र के लिये बड़ा खतरा हैं। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता सतर्क और चैकन्ना रहे। बीजेपी की करारी हार से बौखलाई चोरी की ये सरकार और कुछ सरकारी दलाल वोट चुराने की फिराक मे हैं।
कमल नाथ - पूर्व मुख्यमंत्री