कई विधायक एवं मंत्रियों पर संकट, फिर भी सरकार आ रही है?
मप्र में चुनाव संपन्न होने के बाद से ही वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आत्मविश्वास ने राजनीतिक पंडितों एवं सट्टा बाजारों के आंकलन को भी चौका दिया हे। जिस तरह से राजस्थान के चुनाव के दौरान एवं मप्र में अभी से दौरे कर जन के मन में विश्वास भरने का प्रयास कर रहे हैं इससे तो ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मप्र में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनने जा रही है। हांलांकि अभी विधायकों के किस्मत का पिटारा खुलने चार दिन शेष बचे हैं। विगत दिनों भोजपुर ,बुधनी ,दतिया में माई के दर्शन कर जिस तरह से आत्म विश्वास से लबरेज दिखे इससे प्रतीत हो रहा है कि वे प्रधानमंत्री की रेस के लिए पांचवी बार मुख्यमंत्री बन अपना रिकार्ड कायम करते दिख रहे हैं।
इधर राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि सूबे में कई विधायक एवं मंत्री अपनी कुर्सी बचा पाने के करीब नहीं दिख रहे हैं, इसके बाद भी मुख्यमंत्री का यह कहना कि भाजपा-कांग्रेस में कोई टक्कर नहीं हैं किसी ऐसे इनपुट का संकेत कर रहा है जो मुख्यमंत्री को आत्मविश्वास से लबरेज बना रहा है।
सीएम चौहान ने कहा, 'सरकार बनाने को लेकर कोई संदेह नहीं है।' कहा जा रहा है कि कांटे की टक्कर है। ऐसी कोई स्थिति नहीं है। कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की है और लाडली बहनों (योजना के लाभार्थियों) ने सभी 'कांटे' (बाधाएं) दूर कर दी हैं।' सीएम ने कहा कि लोग राज्य में भाजपा द्वारा किए गए कार्यों के लिए उसे आशीर्वाद दिया है ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है। ।