भोपाल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्य प्रदेश की लखपति दीदियों से संवाद करेंगे और उन्हें सम्मानित करेंगे। सम्मान कार्यक्रम रविवार को महाराष्ट्र राज्य के जलगांव में हो रहा है। मध्य प्रदेश की पांच लखपति दीदियां कार्यक्रम में शामिल होने जलगांव पहुंच गई हैं। इनमें गुना जिले की लखपति दीदी गंगा अहिरवार को सम्मान-पत्र दिया जाएगा।

पीएम से संवाद करेंगी कामिनी और संगीता

प्रधानमंत्री मोदी से सीहोर जिले की लखपति दीदी संगीता मालवीय और गुना की लखपति दीदी कामिनी शर्मा संवाद करेंगी। छिंदवाड़ा जिले की लखपति दीदी लक्ष्मी तिर्के और देवास जिले की लखपति दीदी रोशनी लोधी भी उपस्थित रहेंगी। जलगांव के कार्यक्रम के बाद मध्यप्रदेश के संकुल स्तरीय संघ (सीएलएफ) स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जहां सीएलएफ की समस्त लखपति दीदियों को सम्मान-पत्र दिए जाएंगे।

सीहोर जिले के इछावर विकासखंड के ग्राम बिछौली निवासी ड्रोन दीदी संगीता मालवीय बताती हैं कि मैंने 25 रुपए की बचत कि साथ समूह से जुड़कर ऋण लेकर अपनी जरूरतें पूरी की और समय पर पैसा वापस करती रही। समूह में मेरी सक्रियता को देखते हुए मुझे ग्राम संगठन में चुना गया। मैंने समूह से 6 हजार रुपए का ऋण लेकर तुलसी की औषधी खेती प्रारंभ की।

 

प्रहलाद पटेल ने कहा, मध्य प्रदेश का गौरव

प्रदेश के सभी जिलों में महिला स्व-सहायता समूहों को लगभग 110 करोड़ रुपये बैंक ऋण (सीसीएल) राशि दी जाएगी और लगभग 171 करोड़ सामुदायिक निवेश निधि (आरएफ सीआईएफ) का वितरण किया जाएगा। ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि लखपति दीदियां मध्य प्रदेश का गौरव हैं।

96 हजार 240 बहनें बनीं लखपति दीदी

केंद्र सरकार के सौ दिनों में लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य मिलने के बाद मध्य प्रदेश में 96 हजार 240 बहनें लखपति दीदी बन गईं। इनको मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से वित्तीय सहायता, बाज़ार सहायता एवं तकनीकी सहायता दी गई है। इनके उत्पादों आनलाइन मार्केटिंग की जा रही है।

लखपति दीदी होगी सम्मानित

गुना जिले के मुहालपुर गांव की 28 वर्षीय गंगा अहिरवार का भारत सरकार की 100 दिवस की कार्ययोजना में चयनित हुआ। उन्होंने केंटीन का विस्तार कर भोजनालय शुरू किया, जिससे 15-20 हजार रुपये बचत हर माह होने लगी और वह लखपति दीदी की श्रेणी में शामिल हो गई।

रोशनी लोधी ने किया 50 स्व-सहायता समूहों का गठन

देवास जिले के विकासखंड बागली के कजलीवन गांव की रहने वाली रोशनी लोधी ने आस-पास के गांवों की 600 महिलाओं के साथ 50 स्व-सहायता समूहों का गठन किया। रोशनी को बैंक सखी के रूप में चुना गया। आज वे आस-पास के कई गांवों में बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध करवा रही हैं। कमीशन के रूप में हर माह उन्हें 20 से 25 हजार रुपये आय होती है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होने के साथ मान-सम्मान भी बढ़ा है।

MP की लखपति दीदियां PM मोदी से करेंगी संवाद, जलगांव में होंगी सम्मानित

LAKHPATI DIDI

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