अब गुड मॉर्निंग नहीं, SCHOOL के बच्चे बोलेंगे जय हिंद,15 अगस्त से लागू होगा नियम
15 अगस्त 2024 को भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। इस खास मौके पर हरियाणा सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार ने घोषणा की है कि स्वतंत्रता दिवस से राज्य के सभी स्कूलों में "गुड मॉर्निंग" की जगह "जय हिंद" का अभिवादन किया जाएगा। यह नया आदेश 15 अगस्त 2024 से लागू होगा। आइए जानते हैं कि हरियाणा सरकार ने इस निर्णय के पीछे क्या कारण बताए हैं।
हरियाणा सरकार ने हाल ही में एक अहम फैसला लिया है, जिसके तहत स्वतंत्रता दिवस से राज्य के सभी स्कूलों में "गुड मॉर्निंग" की जगह "जय हिंद" का उपयोग करने का आदेश जारी किया गया है। यह आदेश स्कूल शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किया गया है और इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों में ‘देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव’ की गहरी भावना का विकास करना है। इस आदेश की प्रतियां सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों, जिला खंड शिक्षा अधिकारियों, खंड प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों, प्रधानाचार्यों और प्रधानाध्यापकों को भेज दी गई हैं, ताकि यह निर्णय प्रभावी रूप से लागू हो सके।
सुभाष चंद्र बोस और "जय हिंद" का नारा
हरियाणा सरकार के आदेश में स्पष्ट किया गया है कि "जय हिंद" का नारा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता सुभाष चंद्र बोस द्वारा लोकप्रिय किया गया था। यह नारा स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया था और भारतीय सशस्त्र बलों ने इसे सम्मानजनक अभिवादन के रूप में अपनाया। सरकार का मानना है कि "जय हिंद" का प्रयोग करने से छात्रों में देश की एकता और उसकी ऐतिहासिक धरोहर के प्रति सम्मान की गहरी भावना उत्पन्न होगी। यह नारा स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष और बलिदानों को भी याद दिलाएगा और छात्रों को अपने देश के प्रति गर्व महसूस कराने में सहायक होगा।
एकता और देशभक्ति को बढ़ावा
हरियाणा सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि "जय हिंद" का अभिवादन छात्रों को देश की स्वतंत्रता के लिए किए गए बलिदानों की सराहना करने के लिए प्रेरित करेगा। इसके अतिरिक्त, यह नारा क्षेत्रीय, भाषाई और सांस्कृतिक भिन्नताओं को पार करते हुए विभिन्न पृष्ठभूमियों से आने वाले छात्रों के बीच एकता को बढ़ावा देगा। हरियाणा सरकार का यह निर्णय न केवल देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करने के लिए है, बल्कि यह राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस पहल के माध्यम से, सरकार का उद्देश्य है कि छात्र समुदाय में एकता और सम्मान की भावना को बढ़ावा दिया जाए और वे अपने देश के इतिहास और स्वतंत्रता के संघर्षों को उचित सम्मान दें।