नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गुरुवार को लाल किले पर आयोजित समारोह में छह हजार विशेष मेहमान आमंत्रित किए गए है। इसमें पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाला भारतीय दल, अटल नवाचार मिशन से लाभ उठाने वाले विद्यार्थी, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कर्मी और ग्राम पंचायतों के सरपंच शामिल हैं।

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस साल के स्वतंत्रता दिवस की थीम '2047 में विकसित भारत' है। यह समारोह 2047 तक देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में सरकार के प्रयासों को नए सिरे से बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।

6,000 विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया है

उसने कहा कि राष्ट्रीय उत्साह के इस पर्व में जनभागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से इस वर्ष लाल किले पर होने वाले समारोह का अवलोकन करने के लिए लगभग 6,000 विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। ये लोग विभिन्न क्षेत्रों से हैं, जिनमें युवा, जनजातीय समुदाय, किसान, महिलाएं और अन्य विशिष्ट अतिथि शामिल हैं, जिन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं, पहलों की मदद से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।

स्वयंसेवक इस कार्यक्रम में भाग लेंगे

मंत्रालय के अनुसार, 'अटल नवाचार मिशन और पीएम श्री योजना से लाभान्वित होने वाले छात्र और 'मेरी माटी मेरा देश' के तहत मेरा युवा भारत और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।' अतिथियों में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा वित्तपोषित जनजातीय कारीगर, वन धन विकास सदस्य और जनजातीय उद्यमी, पीएम किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभार्थी और किसान उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

रक्षा मंत्री करेंगे पीएम मोदी का स्वागत

लाल किले पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री का स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने करेंगे। रक्षा सचिव दिल्ली क्षेत्र के जनरल आफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार का प्रधानमंत्री से परिचय कराएंगे। इसके बाद दिल्ली क्षेत्र के जीओसी प्रधानमंत्री मोदी को सलामी मंच पर ले जाएंगे, जहां संयुक्त अंतर-सेवा और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधानमंत्री को सामान्य सलामी देंगे।

प्रधानमंत्री सलामी गारद का निरीक्षण करेंगे

इसके बाद प्रधानमंत्री सलामी गारद का निरीक्षण करेंगे। प्रधानमंत्री के गार्ड में सेना की टुकड़ी की कमान मेजर अर्जुन सिंह संभालेंगे, नौसेना की टुकड़ी की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर गुलिया भावेश एनके संभालेंगे और वायु सेना की टुकड़ी की कमान स्क्वाड्रन लीडर अक्षरा उनियाल संभालेंगी। लेफ्टिनेंट संजीत सैनी झंडा फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता करेंगे।

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