जो मप्र में उद्योग लगाएंगे, उन्हें हम 24 घंटे में भूमि आवंटित करेंगे
इंदौर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2026 तक पांच ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने की बात कही है। इसमें मध्य प्रदेश का योगदान 550 बिलियन डालर से कम नहीं होगा। प्रदेश में 300 से अधिक औद्योगिक क्षेत्र हैं। अनेक फूड पार्क, प्लास्टिक पार्क हैं और अब मेडिकल डिवाइसेस पार्क भी विकसित हो रहे हैं। निवेशक खुद यह मानने लगे हैं कि मध्य प्रदेश निवेश की दृष्टि से अनुकूल है। ऐसे उद्योगपति जो मप्र में उद्योग लगाएंगे, उन्हें हम 24 घंटे में भूमि आवंटित करेंगे।
यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंवेस्टर्स समिट में कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे मध्य प्रदेश के सीईओ के रूप में सदैव उपलब्ध हैं। प्रति सोमवार उद्योगपतियों से भेंट के लिए समय तय किया गया है। चौहान ने कहा कि इंदौर में हो रही यह समिट सही अर्थ में वैश्विक है। इस समिट में जहां दो देशों सूरीनाम और गुयाना के राष्ट्रपति आए हैं, वहीं समिट में मारीशस के वित्त मंत्री, बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री, जिंबाब्वे के खनिज मंत्री भी आए हैं। विश्व के कुल 84 देशों के 431 प्रतिनिधि आए हैं। मध्य प्रदेश में उद्योगों के लिए तैयार वातावरण से उद्योगपति परिचित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश के अन्य उत्पाद निर्यात हो रहे हैं। फार्मा सेक्टर बधाई का पात्र है, जिसमें कोविड के संकट के समय निरंतर कार्य कर लोगों के हित में भूमिका निभाई। प्रदेश में आटोमोबाइल क्षेत्र, कौशल विकास, सूचना प्रौद्योगिकी, रक्षा क्षेत्र, नवकरणीय ऊर्जा में लगातार कार्य किया गया है। रेडीमेड उद्योग में मध्य प्रदेश चौथे स्थान पर है। शीघ्र ही पहले स्थान पर आने का लक्ष्य है। हमारी बहनें और बेटियां परिश्रमी हैं। वे तीन शिफ्ट में भी कार्य करती हैं। अब ओंकारेश्वर में बांधों की जलराशि की सतह पर तैरते हुए ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने का कार्य प्रारंभ हुआ है। उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार कस्टमाइज पैकेज देने का कार्य भी राज्य सरकार करेगी।