भोपाल । वर्तमान में उत्तर भारत में कोई भी प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। समूचा उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है। वहां से लगातार आ रही सर्द हवाओं से मध्य प्रदेश में ठिठुरन बरकरार है। इसी क्रम में गुरुवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम 2.8 डिग्री सेल्सियस तापमान नौगांव में दर्ज किया गया। छतरपुर एवं दतिया में शीतलहर का प्रभाव रहा। उधर प्रदेश के अधिकांश शहरों में गुरुवार सुबह भी घना कोहरा छाया रहा। राजधानी में सुबह सात बजे कोहरे के कारण दृश्यता 100 मीटर दर्ज की गई। भोपाल का न्यूनतम तापमान दूसरे दिन भी 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सात दिसंबर तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। उसके बाद तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा। साथ ही यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री के बराबर ही रहा। बुधवार को अधिकतम तापमान 17.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो मंगलवार के अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 0.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था। लगातार तीसरे दिन गुरुवार को भी भोपाल शहर में शीतल दिन रहने की संभावना है।

उधर कोहरे के कारण गुरुवार को ग्वालियर में रात दो बजे से सुबह सात बजे तक दृश्यता शून्य रही। भोपाल एवं जबलपुर में सुबह सात बजे दृश्यता 100 मीटर थी। इंदौर में सुबह दृश्यता 1600 मीटर रही। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि सात दिसंबर तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहेगा। सात दिसंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदलने से तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के आसार हैं।