सनातन के अनुसार वेद ग्रंथ तो किसी महर्षि या महामानव द्वारा लिखे गए थे लेकिन भारत के मानव निर्मित संविधान को देश की जनता ने पवित्र ग्रंथ मानकर विकास कि दिशा में कदम बढ़ा दिया हैं। देश संविधान के दम पर आज 50 प्रतिशत से अधिक जनता के सामाजिक-आर्धिक विकास के समावेशीकरण की ओर बढ़ गया है। यह अलग बात है कि इन 75 सालों में कुछ सरकारों ने इसमें बदलाव करके आपातकाल जैसी स्थिति भी निर्मित की ,इसके बाद भी आज संविधान अमर है। 
आप सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

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