कच्छ और सौराष्ट्र के इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी, तूफान को लेकर सेना अलर्ट
चक्रवात बिपरजोय फिलहाल मुंबई से दूर है और पोरबंदर से 300 किमी दूर है। 15 जून दोपहर को मांडवी और करांची के बीच बिपरजॉय के लैंडफॉल होने की संभावना है। मुंबई IMD के प्रमुख सुनील कांबले ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अगले 24 घंटे में कच्छ और सौराष्ट्र के आसपास के इलाकों मेंभारी बारिश होगी। उधर प्रशासन ने अब तक गुजरात के तटीय क्षेत्रों से 50,000 से अधिक लोगों को अस्थायी आश्रयों में स्थानांतरित कर दिया है। गुजरात तट की ओर बढ़ते चक्रवात के साथ, सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई है।
सेना भी तैयार
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बारे में तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात 'बिपरजॉय' के लैंडफॉल के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने भरासा दिलाया कि चक्रवात के कारण किसी भी स्थिति या आकस्मिकता से निपटने के लिए सशस्त्र बल नागरिक अधिकारियों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
भूकंप के झटके
बुधवार को गुजरात के कच्छ रीजन में भूकंप के झटके भी महसूस किये गये। भुज और कच्छ रीजन में कुछ इलाकों में धीमी तीव्रता का भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.3 दर्ज की गई। इसके अलावा जम्मू में मंगलवार देर रात और बुधवार सुबह भूकंप के कुल चार झटके महसूस किए गए। भूकंप से कहीं भी जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
मोबाइल नेटवर्क की व्यवस्था
तूफान के वक्त मोबाइल नेटवर्क बंद होने की स्थिति में लोगों की मदद के लिए टेलीकाम अथॉरिटी ने विशेष व्यवस्था की है। मोबाइल में मैन्युअल सेटिंग करके किसी भी सर्विस प्रोवाइडर की सेवाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे। यह सेवा केवल कच्छ, द्वारिका, पोरबंदर,जामनगर,राजकोट,जूनागढ़ और मोरबी में 17 जून की आधी रात तक उपलब्ध होगी।
गृहमंत्री का तेलंगाना दौरा रद्द
उधर चक्रवात की वजह से उपजे हालात को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह का तेलंगाना दौरा रद्द कर दिया गया है। हैदराबाद में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय बांदी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि बिपरजॉय चक्रवाती तूफान को लेकर व्यस्तता की वजह से उनका दौरा रद्द कर दिया गया है।