विकसित भारत- गांवों में लैंगिक भेदभाव को क्लीन बोल्ड करती लड़कियां

हरदा। मध्य प्रदेश के कई गांवों में, इन दिनों एक अनूठा क्रिकेट टूर्नामेंट जेंडर संबंधी चर्चा का विषय बना हुआ है। समावेशी कप नामक इस प्रतियोगिता में हरदा, खंडवा, गुना और बड़वानी जिलों की 102 टीमें हिस्सा ले रही हैं। हर टीम में सात से आठ लड़कियां और चार से पांच लड़के शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि यहां हर टीम की कमान एक लड़की के हाथ में होती है, जबकि उप-कप्तान की भूमिका एक लड़के को दी जाती है। सिनर्जी संस्थान द्वारा आयोजित समावेशी कप 2025 अंतर्गत हरदा लीग मैच के दूसरे दिन मैदान पर तीन जोरदार मुकाबले खेले गए। खेल भावना और रोमांच से भरे इन मैचों में टीमों ने अपने दमदार प्रदर्शन से दर्शकों को बांधे रखा। पहला मैच *एकता टीम जतरापड़ाव 76 * रन और गेम चेंजर खेड़ीपुरा*75*रन के बीच खेला गया। इस मुकाबले में एकता टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की और तीसरे राउंड में प्रवेश किया। खिलाड़ियों ने सामूहिक खेल भावना और रणनीति का बेहतरीन प्रदर्शन किया। दूसरा मैच *दे दाना दन टीम मानपुरा 54*रन और गेम ब्रेकर हरदा कॉलेज टीम*57*रन के बीच हुआ। हरदा कॉलेज टीम ने सटीक बल्लेबाजी और गेंदबाजी से अपने प्रतिद्वंद्वी को मात दी और अगले राउंड के लिए बड़त बनाई। तीसरा और अंतिम मैच स्काई 11 निमाचा कलां 62 रन और होसलों की उड़ान विकास नगर*59 रन के बीच खेला गया। स्काई 11 की पिंकी ने अपने शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन से 1 ओवर में 3 विकेट चटकाकर मुकाबले को अपने नाम किया। उनकी गेंदबाजी ने दर्शकों का दिल जीत लिया। दूसरे दिन के खेलों में लड़कियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया, जिसने टूर्नामेंट में एक नया जोश और उत्साह भर दिया।