22 राज्यों के 235 जिलों में बाढ़ जैसे हालात
नई दिल्ली । देशभर में 22 राज्यों के 235 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। 10 हजार मकान तबाह हो गए हैं। बाढ़ के चलते 2.50 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो चुकी है। वहीं, 19 जुलाई तक भारी बारिश से 747 मौतें हो चुकी हैं। जबकि मरने वाले जानवरों की संख्या 21 हजार से ज्यादा हो चुकी है।
इधर, महाराष्ट्र के रायगढ़ में लैंडस्लाइड की वजह से पूरा गांव तबाह हो गया। इसमें 16 लोगों की मौत हो गई। रायगढ़ में 6 में से 3 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इनमें अंबा, सावित्री और पातालगंगा शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि कुंडलिका, गढ़ी और उल्हास नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है।
मध्यप्रदेश में शुक्रवार को कई जिलों में अति भारी या भारी बारिश का अलर्ट है। सीहोर के कोलार डैम के 2 गेट खोल दिए गए हैं। इछावर में शुक्रवार सुबह 3 घंटे में 5 इंच बारिश हुई। इंदौर में भारी बारिश के चलते स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। हरदा में पहाड़ी नदी स्यानी उफान पर है। जिले की सिराली तहसील के पहटकला गांव में नदी किनारे बना श्यामसिंह बाबा मंदिर डूब गया है। इसका केवल शिखर दिखाई दे रहा है। उज्जैन में शिप्रा एक हफ्ते में तीसरी बार उफान पर है। नर्मदापुरम में तेज हवा के कारण पेड़ गिर गया। इसके नीचे दबकर एक महिला की मौत हो गई। वहीं, पिपरिया में एक कार नदी के तेज बहाव में बह गई। कार सवार एक युवक लापता है।
सीहोर में लगातार हो रही बारिश से कोलार डेम का जलस्तर बढ़ रहा है। वाटर लेवल मेंटेन करने के लिए डैम के दो गेट खोले गए हैं। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे कोलार नदी, कोलार नहर और कोलार बांध के प्रभावित इलाकों में न जाएं। इछावर में शुक्रवार सुबह बारिश के बाद निचले इलाकों में पानी भर गया है। 45 गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। आष्टा में बीती रात से बारिश हो रही है। पार्वती, सीप और कोलार नदी उफान पर हैं। इंदौर-भोपाल सडक़ मार्ग बंद हो गया है। बीते 24 घंटे में इंदौर में तीन इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। यहां इस सीजन में अब तक 19 इंच बारिश हो चुकी है। इंदौर में गुरुवार रात से हो रही भारी बारिश के चलते कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने स्कूल संचालकों को स्टूडेंट्स की सुरक्षा के संबंध में एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं।
उज्जैन में शुक्रवार सुबह हुई बारिश के कारण शिप्रा नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ गया। रामघाट पर कई मंदिर डूब गए। वहीं, नदी के छोटे रपटे के ऊपर से पानी बहने लगा। ऐहतियात के तौर पर पुलिया के पास पुलिस तैनात करनी पड़ी। एक हफ्ते में ये तीसरा मौका है, जब शिप्रा नदी उफान पर आई है।
नर्मदापुरम के पिपरिया में एक कार रायखेड़ी नदी के तेज बहाव में बह गई। ड्राइवर समेत तीन युवक तैरकर बाहर निकल आए लेकिन एक का अब तक पता नहीं चल सका है। पिपरिया में बारिश की वजह से रायखेड़ी नदी उफान पर है। इसी बीच शुक्रवार सुबह कार सवार युवकों ने इसे पार करने की कोशिश की।
मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के 4 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर और कांकेर जिले के लिए यलो अलर्ट के साथ राजधानी में भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। 23 जुलाई तक के लिए ये अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के कुछ जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। प्रदेश में इस सीजन में सबसे ज्यादा बीजापुर में 655.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। जबकि बालोद में 538.4 मिमी, मुंगेली में 455 मिमी, राजनांदगांव में 489.8 मिमी और सुकमा में 556.5 मिमी बारिश 1 जुलाई से 21 जुलाई तक रिकॉर्ड की गई है, जो सामान्य से ज्यादा है। जबकि सरगुजा में केवल 161.8 मिमी ही बारिश हुई है, जो यहां सूखे की स्थिति को बताता है। इसके अलावा राजधानी रायपुर में 441.7 मिमी औसत बारिश हुई है, जो सामान्य है।